कोलकाता
. जादवपुर यूनिवर्सिटी में दूषित पानी पीने से कई छात्र बीमार हो गये हैं. रिसर्च स्कॉलर होस्टल लगे फिल्टर से दूषित पानी आ रहा था, जिसके सेवन से छात्र अस्वस्थ हो गये. बताया जा रहा है कि होस्टल का फिल्टर दो महीने से खराब पड़ा है. पानी का परीक्षण करने पर बैक्टीरिया की हानिकारक उपस्थिति पायी गयी. आरोप है कि मामले की सूचना देने के बावजूद फिल्टर की मरम्मत नहीं करायी गयी.
वहीं, यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार स्नेहमंजू बसु ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि छात्र होस्टल का पानी पीने से बीमार हुए हैं. फिल्टर को लेकर शिकायत मिलने के बाद उचित कदम उठाये गये.
नियमित जांच कराने की भी बात कही गयी है. इस मुद्दे पर होस्टल बोर्डर्स और अधिकारियों के साथ चर्चा भी की गयी थी, जिसमें पेयजल के लिए छात्रावास में ड्राम रखने का निर्णय लिया गया.
बुधवार को होस्टल में खाना और पानी का ड्राम रखे गये, इसके बाद ही छात्रों के बीमार होने की खबर आयी.
जरूरी मुद्दे को नजरअंदाज किये जाने से उत्पन्न हुई समस्या: जादवपुर यूनिवर्सिटी की मेडिकल ऑफिसर मिताली देव ने बताया कि करीब पांच छात्र बीमार पड़े हैं. यह बाहर का खाना खाने से भी हो सकता है. हालांकि, स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, तृणमूल छात्र परिषद के नेता संजीव प्रमाणिक ने कहा कि पिछले दो महीनों से अधिकारियों ने पानी जैसे जरूरी मुद्दे को नजरअंदाज किया, जिस कारण यह समस्या हुई. यूनिवर्सिटी प्रशासन को पेयजल की उचित व्यवस्था करनी चाहिए.
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