नकल रोकने के लिए राज्य सरकार ने उठाये कदम
संवाददाता, कोलकता
सोमवार से राज्य में मास्टर इन मेडिसिन (एमडी) और मास्टर इन सर्जरी (एमएस) की परीक्षा शुरू हुई है. इस परीक्षा में छह हजार अभ्यर्थी शामिल हुए हैं. ऐसे में पूर्व में घोषित दिशानिर्देशों के तहत सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में एमडी, एमएस परीक्षा हुई. उत्तर पुस्तिका पर एक विशेष कोड-डिकोड अंकित किया गया था. ताकि नकल पर रोक लगायी जा सके. इसके अलावा परीक्षा हॉल में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का प्रवेश वर्जित है.
राज्य में सोमवार से कड़ी सुरक्षा के बीच पहले दिन की परीक्षा संपन्न हुई. ज्ञात हो कि मेडिकल की परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिए वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट की ओर से अनियमितता के आरोप सामने आये. उसी संदर्भ में राज्य सरकार के उक्त दिशानिर्देश पर यह व्यवस्था की गयी है. परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए परीक्षा हॉल के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाये गये हैं. परीक्षा शुरू होने से 24 घंटे पहले सीसीटीवी कैमरे के जरिए लाइव स्ट्रीमिंग शुरू हो गयी है. परीक्षा के बाद, परीक्षा शीट बायोमेट्रिक लॉक के साथ एक ट्रंक में डाक विभाग को भेजी जायेगी.
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