पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई नहीं करने से वृहद आंदोलन की दी गयी चेतावनी अवैध खदान से आस-पास के घरों को भारी नुकसान होने की जतायी गयी आशंका आसनसोल/रानीगंज. रानीगंज थाना क्षेत्र के बड़दइ इलाके के निकट अवैध कोयला खनन के लिए खदान बनाये जाने का स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध करते हुए मंगलवार को पंजाबी मोड़ पुलिस फांड़ी में ज्ञापन सौंपा. रानीगंज थाना प्रभारी के लिए दिये गये ज्ञापन में लिखा गया है कि इलाके में उनकी अपनी जमीन पर कोयला माफिया अवैध कोयला खदान बना रहे हैं. जिसका विरोध करने पर वे लोग बुरे अंजाम की धमकी दे रहे हैं. यदि यहां खदान बनाकर अवैध कोयला खनन शुरू हुआ तो इलाके के आवासों के लिए काफी खतरा उत्पन्न हो जायेगा. खदान में ब्लास्टिंग होगी, जिसका असर आस-पास के घरों पर पड़ेगा. पुलिस से अनुरोध किया गया कि वे घटनास्थल पर जाकर जांच करके उचित कार्रवाई करे. अन्यथा आगामी दिनों में इस मुद्दे पर वृहत आंदोलन किया जायेगा. स्थानीय लोगों ने बताया कि इससे पहले भी कोयला माफिया ने यहां खदान बनाने का प्रयास किया था. स्थानीय लोगों के विरोध के कारण ही उन्हें पीछे हटना पड़ा था. अब वे लोग धमकी दे रहे हैं कि जो करना है कर लें. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में जल्द कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है वर्ष 2016 से 2020 तक के समय को शिल्पांचल के अवैध कोयला कारोबार का स्वर्णिम काल माना जाता है. इस दौरान इसीएल के समानांतर विभिन्न इलाकों में अवैध खदानें खुली और अवैज्ञानिक तरीके से दिन-रात खनन हुआ. आखिरकार सीबीआइ ने इस मामले में 27 नवंबर 2020 को प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. इस कार्रवाई में 12 सरकारी कर्मचारी, 10 निजी कंपनियों और अनूप माजी व उसके सहयोगी 28 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी. जिसपर अंतिम सुनावई पूरी हो चुकी है और 25 नवंबर को सीबीआइ की विशेष अदालत में सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम होगा.
सीबीआइ की इस कार्रवाई के बाद कुछ माह तक कोयले के अवैध कारोबार पर पूर्ण रूप से अंकुश लग गया. इसके बाद हालात फिर से पुराने दिनों की राह पर आने लगे हैं.हाल के दिनों में कोयले के अवैध कारोबार में हुई है बढ़ोतरी, दर्शाते हैं आंकड़े
हाल के दिनों में कोयले के अवैध कारोबार में भारी बढ़ोतरी हुई है. इसका खुलासा इस बात से होता है कि इसीएल के सिर्फ एक एरिया सालानपुर में ही अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ इस साल अप्रैल से सितंबर के छह माह के बीच कुल 278 छापेमारी हुई, 295 शिकायतें दर्ज की गयीं, जिसपर 104 प्राथमिकी दर्ज हुई. कुल 4554 टन अवैध कोयला जब्त हुआ. अवैध कोयला लदे 44 दो पहिया वाहन, 167 साइकिल, सात तीन पहिया वाहन, 12 ट्रक और डंपर जब्त किये गये. यह कार्रवाई अब भी जारी है. हर दिन छापेमारी चल रही है और अवैध कारोबार भी चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है