संवाददाता, हावड़ा
दुर्गा पूजा के बाद शहरी अंचल में डेंगू और मलेरिया के मामलों में काफी वृद्धि हुई है. इससे हावड़ा नगर निगम की चिंता बढ़ गयी है. जानकारी के अनुसार, पिछले 15 दिनों में 70 से अधिक लोग डेंगू- मलेरिया की चपेट में आये हैं. इनमें से कुछ अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि अधिकतर लोगों का इलाज घर पर चल रहा है. निगम की ओर से बताया जा रहा है कि डेंगू की रोकथाम के लिए सभी उपाय किये जा रहे हैं.
डेंगू होने का मुख्य कारण नालों का जाम होना और नाले का पानी ओवर फ्लो होना बताया जा रहा है. मच्छरजनित बीमारियों को जन्म देने वाली एडीज मच्छरों के लार्वा गंदे पानी में पैदा होते हैं. यही कारण है कि डेंगू और मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. निगम की ओर से चलाये जा रहे जागरूकता अभियान में लोगों को मच्छरदानी लगाने की सलाह दी जा रही है. बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए कहा जा रहा है. निगम के प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि वह भी काफी हैरान हैं. उन्होंने कहा कि इस समय डेंगू होने की संभावना नहीं रहती है. पिछले वर्ष यह स्थिति नहीं थी, लेकिन इस वर्ष काफी लोगों के डेंगू और मलेरिया से पीड़ित होने की खबर मिल रही है. डॉ चक्रवर्ती ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. सिर्फ एक अपील है कि वह अपना इलाज खुद से ना करें और बिना डॉक्टर से संपर्क किये एंटीबायोटिक नहीं खायें. क्योंकि डेंगू होने पर एंटीबायोटिक खाने की कोई जरूरत नहीं होती है.
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