सोमवार को ईएम बाइपास के पाटुली क्रॉसिंग पर किया गया सफल परीक्षणअधिकारियों का दावा- इस तकनीक से जाम की समस्या से मिलेगी मुक्ति
विकास कुमार गुप्ता, कोलकाता
कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की तरफ से रियल टाइम ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के साथ कोलकाता में एक और महत्वाकांक्षी उन्नत और अपग्रेडेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित ट्रैफिक सिस्टम पर स्विच करने की शुरुआत सोमवार को की गयी. यह तकनीक क्रॉसिंग पर कतार में खड़े वाहनों की गिनती कर उसके अनुसार सिग्नल की टाइमिंग को बदलने में सक्षम होगी. कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की तरफ से ईएम बाइपास में पटुली क्रॉसिंग पर सोमवार दोपहर को इस तकनीक का ट्रायल किया गया. पहले प्रयोग में इसे पूरी तरह से सफल माना जा रहा है.
पुलिस सूत्र बताते हैं कि पुलिस की तरफ से विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञों से इस बारे में प्रेजेंटेशन मांगे जाने के लगभग दो साल बाद इस सिस्टम का सोमवार को सफल प्रयोग किया गया. कुछ विशेषज्ञ ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर में अपनी तरफ से इसे और बेहतर बनाने को लेकर आगे चलकर इसमें और उन्नत तकनीक से जुड़ी सुविधाएं इसमें जोड़ेंगे. इसके बाद समय-समय पर इनका विभिन्न चौराहों पर ट्रायल किया जायेगा.लालबाजार के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि उन्हें एक ऐसे सॉफ्टवेयर की तलाश है, जिसकी मदद से मां फ्लाईओवर पर समय के मुताबिक वहां मौजूद वाहनों की भीड़ को लेकर पुलिस को हमेशा अलर्ट दे सके. इसके साथ कोई भी वाहन अगर फ्लाइओवर पर ब्रेकडाउन हुआ है, तो तुरंत उस बारे में पुलिस को एवं कंट्रोल रूम को इसकी पूरी जानकारी भेज सके.
इसके साथ मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए वाहन चलाने वाले वाहन चालकों का पता लगाने के साथ चालक सीट पर सीट बेल्ट के बिना वाहन चलाने या बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों का का पता लगाकर कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दे सके. पुलिस की तरफ से इस बारे में भी कई विशेषज्ञों से इस बारे में बात की गयी है. इससे फ्लाइओवर पर जाम की समस्या का हल निकाला जा सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है