कोलकाता. कलकत्ता यूनिवर्सिटी ने बांग्ला, एमए प्रथम सेमेस्टर परीक्षा के नतीजे प्रकाशित किये. नतीजों के प्रकाशन के बाद, 104 छात्र जिनके चार पेपरों में से एक पेपर की उत्तर पुस्तिका परीक्षकों द्वारा खो गयी थी. शेष पेपर में प्राप्त उच्चतम अंकों को खोये हुए पेपर के अंकों के रूप में चुन सकेंगे या उन्हें दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है. विश्वविद्यालय उन कॉलेजों से दो विकल्पों के बारे में बात करने के लिए कहेगा, जहां ये छात्र पढ़ते हैं. गौरतलब है कि 120 उत्तर-पुस्तिकाओं के गायब होने की कथित गड़बड़ी के कारण 850 छात्रों के नतीजे रोक दिये गये थे. छात्रों ने अप्रैल में परीक्षाएं दी थीं. कलकत्ता यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर शांता दत्ता ने बताया कि हमने उन 850 छात्रों के परिणाम प्रकाशित किये, जिन्होंने बांग्ला विषय में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा दी थी. अब जब परिणाम आ गये हैं, तो जिन छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षकों द्वारा गलत जगह पर रख दी गयीं या गुम हो गयीं, वे शेष पेपरों में प्राप्त उच्चतम अंकों को खोये हुए पेपर के अंकों के रूप में चुन सकते हैं या दोबारा परीक्षा दे सकते हैं. खोयी हुई आंसर शीट की संख्या 120 थी लेकिन प्रभावित छात्रों की संख्या 104 थी. क्योंकि, कुछ मामलों में एक विशेष छात्र के दो पेपर खो गये थे. जिन छात्रों के चार में से दो पेपर की शीट खो गयी है, उनके पास शेष दो पेपरों में प्राप्त उच्चतम अंकों को खोये हुए पेपर के अंकों के रूप में चुनने का विकल्प होगा.
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