शिकायत. तृणमूल ने सीइओ को पत्र लिख की कार्रवाई की मांग
संवाददाता, कोलकातातृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत कर आरोप लगाया कि भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने तालडांगरा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव को लेकर एक चुनावी रैली के दौरान सांप्रदायिक टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है. तृणमूल ने बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए ‘भड़काऊ और सांप्रदायिक टिप्पणी की’. तृणमूल ने आदर्श आचार संहिता के स्पष्ट उल्लंघन को लेकर शुभेंदु अधिकारी और पक्षकार राजनीतिक दल के रूप में भाजपा पर सख्त पाबंदी सहित उचित दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की. पार्टी ने कहा कि तीन सदस्यीय तृणमूल कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के सीईओ कार्यालय में, अधिकारी द्वारा की गयी कथित टिप्पणियों के अंश के साथ शिकायत सौंपी. प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल नेता कुणाल घोष, शशि पांजा और जय प्रकाश मजूमदार शामिल थे. तृणमूल ने दावा किया कि अधिकारी ने बांकुड़ा जिले के तालडांगरा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव के लिए नौ नवंबर को अपने भाषण में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआइटीसी), पार्टी के राज्यसभा सदस्य समीरुल इस्लाम और पड़ोसी देश बांग्लादेश पर निशाना साधा. पत्र में दावा किया गया कि भाजपा नेता ने अपने भाषण में कहा, ‘क्या आपने बांग्लादेश की तस्वीरें देखी हैं? उन्होंने 596 मंदिरों को नष्ट कर दिया है. हिंदुओं और आदिवासियों के खिलाफ क्या अत्याचार किये गये? वे (एआइटीसी) पश्चिम बंगाल को दूसरा बांग्लादेश बनाना चाहते हैं.’मतदान में गड़बड़ी का विरोध करने की शुभेंदु ने दी चेतावनी
बैरकपुर. उत्तर 24 परगना जिले खड़दह विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा की ओर से जमकर वोट लूट करने का आरोप लगाया गया था. उस समय तृणमूल के शोभनदेव चट्टोपाध्याय भारी मतों के अंतर से जीते थे. रविवार रात नैहाटी में भाजपा प्रत्याशी रूपक मित्रा के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर खड़दह की तरह नैहाटी में वोट लूट की कोशिश की गयी, तो इसका जमकर विरोध किया जायेगा. उनके मुताबिक, यहां के कम से कम 80 फीसदी लोगों को बाहर आकर वोट करना चाहिये. मतदान के दौरान अगर हिंसा होती है, तो इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगी, मतदान के दिन में नैहाटी में वोट लूट हुआ, तो कमिश्नरेट कार्यालय का घेराव किया जायेगा.उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान भारत के लोकतांत्रिक मानदंडों के अनुरूप न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि निराधार और अत्यधिक सांप्रदायिक प्रकृति के भी हैं. तृणमूल ने भारत निर्वाचन आयोग से भाजपा को आदर्श आचार संहिता का कोई भी उल्लंघन करने से रोकने के लिए ‘पार्टी को तत्काल सख्त निर्देश’ जारी करने का आग्रह किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है