टेबल ऑफ कंटेंट्स
Train Accident: असम से कोलकाता आ रही 13176 कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन उत्तर बंगाल में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. पश्चिम बंगाल के रांगापानी और निजबाड़ी स्टेशनों के बीच हुई दुर्घटना में 9 लोगों की मौत गई है जबकि 36 लोग घायल हुए हैं. रेल मंत्री अश्वीनी वैष्णव ने मुआवजे की घोषणा कर दी है. रेलवे की ओर से कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. इस दुर्घटना के बाद 19 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से मारी टक्कर
उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार सुबह 8.55 बजे के करीब अगरतला से सियालदह आ रही 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में 15 लोगों की मौत हो गयी और 60 से ज्यादा के घायल होने की सूचना है. हालांकि रेलवे ने अब तक मृतकों की संख्या नौ बतायी है. यह हादसा रंगापानी स्टेशन और चत्तरहाट स्टेशन के मध्य डाउन लाइन पर हुई.
इस वजह से हुआ हादसा
रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह हादसा मालगाड़ी (कंटेनर ट्रेन) द्वारा सिग्नल को ओवर शूट करने के कारण हुआ. टक्कर में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दो पार्सल डब्बे, एक गार्ड बोगी और एक जनरल बोगी क्षतिग्रस्त हुई है. टक्कर इतनी भीषण थी कि कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोगियां पटरी से उतर कर मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ गयीं. मालगाड़ी के पांच कंटेनर भी पटरी से उतर गये. कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोगियों के परखचे उड़ गये. मृतकों में कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड और मालगाड़ी के पायलट शामिल हैं. मालगाड़ी के सहायक पायलट गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों का उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज चल रहा है. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया सिन्हा वर्मा ने दी ये जानकारी
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया सिन्हा वर्मा ने बताया कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार मालगाड़ी ने सिग्नल को ओवर शूट कर कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी. हादसे की जांच हो रही है. दोषियों पर उचित कार्रवाई होगी. घटना के कुछ मिनटों के बाद ही न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के एरिया मैनेजर और एडीआरएम दुर्घटनास्थल पर पहुंचे.
दार्जीलिंग जिले में हुए रेल हादसे में 9 लोगों की मौत की पुष्टि
नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे (एनएफ रेलवे) के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सव्यसाची डे ने कहा है कि हमारे पास जो प्रारंभिक सूचना है, उसके मुताबिक 9 लोगों की मौत हुई है. मीडिया रिपोर्टस की माने तो करीब 36 लोग इस दुर्घटना में घायल हुए हैं. सभी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है. रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर चल रहा है और हम जल्द से जल्द इसे खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
हादसे के बाद 19 ट्रेनों को किया गया रद्द
इस दुर्घटना के बाद न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, बागडोगरा और अलुआबारी रोड को जाने वाली कुल 19 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. रेल मंत्री ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि इस समय विभाग की पूरी ताकत मेन लाइन को दोबारा से शुरू करने पर रहेगा. उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है. रेल मंत्री ने कहा कि वह घायलों से मिलने जाएंगे.
रेल मंत्री पहुंचे घायलों से मिलने
इस घटना के बाद मरीजों को सिलिगुड़ी के नार्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. रेल मंत्री अश्वीनी वैष्णव घायलों का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे और घायलों के बारे में चिकित्सकों से पूछा. इस दौरान उन्होंने घायलों से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.
रेल मंत्रालय ने की मुआवजे की घोषणा
रेल मंत्री अश्वीनी वैष्णव ने ट्वीट कर दुर्घटना में मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है. वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2.5 लाख रुपए और हल्की चोट वालों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे.
हादसे के वक्त सो रहे थे यात्री
दुर्घटना के वक्त सुबह होने के कारण कंचनजंगा एक्सप्रेस के ज्यादातर यात्री अपनी सीटों पर सो रहे थे. तभी एक जोरदार आवाज के साथ कई बोगियां बेपटरी हो गयीं. ट्रेन में सो रहे यात्री सीटों से नीचे गिर पड़े. एक यात्री ने बताया कि एक जोरदार आवाज के साथ बोगी में बैठे सभी यात्री गिर पड़े. किसी तरह संभल कर जब ट्रेन के नीचे देखा तो ट्रेन के पीछे की कई बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ी हुई थीं. घटना के बाद ट्रेन में चीख-पुकार मच गयी. हादसे के बाद मौके पर एनडीआरएफ के साथ सेना के जवान भी सिलीगुड़ी स्टेशन से घटना स्थल पर पहुंचे. युद्ध स्तर पर चले राहत कार्य के बाद घायलों को सिलीगुड़ी स्थित नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस दौरान रेलवे की दो राहत ट्रेन चिकित्सकों के दल को लेकर घटनास्थल पर पहुंच गयी.
कंचनजंगा एक्सप्रेस Train Accident दुखद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
बंगाल में हुए इस रेल हादसे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुखद बताया है. कहा है कि जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि जो लोग इस दुर्घटना में घायल हुए हैं, जल्द स्वस्थ हों. अधिकारियों से इस हादसे के बारे में जानकारी ली. रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है और प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव स्वयं दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं.
रेलवे की ओर से जारी हुए कई हेल्पलाइन नंबर
सियालदह
- 033-23508794
- 033-23833326
गुवाहाटी स्टेशन
- 03612731621
- 03612731622
- 03612731623
लुमडिंग जंक्शन
- 03674263958
- 03674263831
- 03674263120
- 03674263126
- 03674263858
कटिहार
- 6287801805
- 09002041952
- 9771441956
कंचनजंगा एक्सप्रेस की बोगियां छिटककर इधर-उधर हो गईं
दुर्घटना के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन की कई बोगियां छिटक कर इधर-उधर हो गईं हैं. ट्रेन 11:35 बजे असम के सिलचर से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित सियालदह स्टेशन के लिए छूटती है. ट्रेन अगले दिन शाम को 7:20 बजे सियालदह पहुंचती है. रेलवे के बड़े अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. स्थानीय लोगों की मदद से ट्रेन में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी यात्रियों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं.
ममता बनर्जी ने कहा- आपदा राहत के लिए टीमें रवाना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने को दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को दार्जीलिंग जिले में एक मालगाड़ी ने ठोकर मार दी है. आपदा राहत के लिए टीमों को दुर्घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन भी शुरू कर दिया गया है.
न्यू जलपाईगुड़ी से निकलने के बाद निजबाड़ी स्टेशन के पास हुई दुर्घटना
बताया गया है कि एक मालगाड़ी ने सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को उस वक्त ठोकर मार दी, जब ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से निकली थी. दो डिब्बे बेपटरी हो गए और इसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है. सोमवार को सुबह यह ट्रेन अपने नीयत समय से करीब आधा घंटा विलंब से न्यू जलपाईगुड़ी से चली थी और रांगापानी को पार किया. लेकिन, निजबाड़ी स्टेशन पहुंचने से ठीक पहले ही इस ट्रेन को मालगाड़ी ने ठोकर मार दी. डीएम, एसपी और रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है. खबर है कि दो स्लीपर कोच बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं.
सियालदह और नैहाटी स्टेशन पर विशेष यात्री सहायता बूथ बने
पूर्व रेलवे ने सियालदह और नैहाटी स्टेशन पर विशेष यात्री सहायता बूथ बना दिया है. सियालदह डीआरएम दीपक निगम ने कहा है कि वे लोग यात्रियों की हरसंभव मदद करने को तैयार हैं. यात्री सुविधा उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है. घटना में पांच लोगों के मारे जाने की सूचना मिली है. टक्कर के फलस्वरूप 2 कोच एक दूसरे पर चढ़ गए हैं.
मालगाड़ी के चालक ने की सिग्नल की अनदेखी
बताया जा रहा है कि मालगाड़ी के चालक ने सिग्नल की अनदेखी की, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है. कंचनजंगा में दो पार्सल वैन और एक गार्ड का डिब्बा है. एनडीआरएफ, डिवीजनल टीम और 15 एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. मंत्री वार रूम से स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. कहा है कि नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे जोन में हुआ हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है. युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाया जा रहा है. रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें आपसी समन्वय के साथ काम कर रहीं हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.
स्पेशल ट्रेन से यात्रियों को भेजा जाएगा सियालदह
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस के यात्रियों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन सियालदह स्टेशन के लिए जल्द रवाना होगी. इसका इंतजाम किया जा रहा है. कहा कि देर रात तक इस स्पेशल ट्रेन के सियालदह पहुंचने की संभावना है.
दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया ये ट्वीट
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्रेन हादसे में हुई मौत पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि दार्जीलिंग में हुए ट्रेन हादसे में हुई मौतों की सूचना मिली. यह बेहद संकट की घड़ी है. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी बोले- हादसे के कारणों पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी
कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन हादसे पर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा है कि हादसे के कारणों के बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी. लेकिन, आधुनिक युग में ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है. मेरा अनुमान है कि संभवत: इस ट्रेन में ‘कवच’ नहीं लगा होगा, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ होगा. इसमें कोई संदेह नहीं कि सरकार ऐसे हादसों को रोकने के लिए उचित कदम उठाएगी.