बशीरहाट . भारत-बांग्लादेश के सीमांत स्वरूपनगर थानांतर्गत हाकिमपुर-बिथारी ग्राम पंचायत के स्वरूपदह सीमा इलाके में अपने पिता के साथ घूम रही एक युवती से रुपये-गहने छीनने व छेड़खानी करने के आरोप में एक सिविक वॉलंटियर और विलेज पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि डरा-धमका कर युवती से 46 हजार रुपये की छिनतई की गयी. साथ ही उससे दोनों आरोपियों ने छेड़खानी भी की. थाने में शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. जानकारी के मुताबिक, 23 वर्षीय उक्त युवती अपने पिता के साथ बांग्लादेश सीमांत इलाके में सोमवार रात घूम रही थी. वे मूल रूप से कर्नाटक के निवासी हैं. इस दौरान ड्यूटी में तैनात विलेज पुलिस और सिविक वालंटियर ने उनसे दस्तावेज देखना चाहा. वे लोग नहीं दिखा पाये. आरोप है कि इसके बाद दोनों ने उस युवती और उसके पिता से मोटी रकम की मांग की. रुपये नहीं देने पर उसके पिता से मारपीट की. बाध्य होकर पिता ने 46 हजार रुपये दे दिये. इसके बाद भी पिता से मारपीट की गयी. युवती से भी छेड़खानी करने का आरोप है. कथित तौर पर युवती से उसके गहने भी छीन लिये. किसी तरह से वहां से निकल कर दोनों सीधे स्वरूपनगर थाने पहुंचे. वहां सिविक वाॅलंटियर और विलेज पुलिसकर्मी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने बुधवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया. युवती और उसके पिता बिना किसी वैध दस्तावेज के कर्नाटक से सीधे भारत-बांग्लादेश सीमा स्वरूपनगर तक कैसे आ गये? वे लोग अंधेरे में वहां क्यों घूम रहे थे? स्वरूपनगर थाने की पुलिस ने इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है. गौरतलब है कि राज्य में सिविक वॉलंटियर की भूमिका पर बार-बार सवाल उठ रहे हैं. आरजी कर की घटना में मुख्य आरोपी के तौर पर एक सिविक वाॅलंटियर को ही गिरफ्तार किया गया है. यहां तक की सुप्रीम कोर्ट ने भी कड़ा संदेश दिया है कि अस्पताल और स्कूल जैसे संवेदनशील स्थानों पर सिविक वाॅलंटियरों की तैनाती नहीं की जा सकती है.
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