कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राज्य की खुफिया शाखा (आइबी) को सचेत हुए कहा कि राज्य में उत्सव के दौरान अशांति फैलाने की साजिश रची जा रही है. इसलिए आइबी को और सचेत रहना होगा. सीएम ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व आपदा का फायदा उठाकर यहां अशांति फैला सकते हैं. इससे यहां अराजकता की स्थिति पैदा हो सकती है. राज्य में दंगा की स्थिति भी पैदा करने की कोशिश हो सकती है. इसके मद्देनजर पुलिस व खुफिया विभाग को बहुत सावधान रहना होगा. ममता ने कहा कि अगले कुछ दिनों में काली पूजा एवं जगद्धात्री पूजा है. इस दौरान कहीं भी कोई अप्रिय घटना ना हो, यह हमें पहले से सुनिश्चित करना होगा. सीमा से भी कुछ असामाजिक तत्व राज्य में प्रवेश कर अशांति फैला सकते हैं. इसलिए पुलिस को भी घुसपैठ रोकने के लिए उचित कदम उठाने होंगे. उन्होंने पुलिस और खुफिया विभाग से राज्य के संवेदनशील इलाकों में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया. राज्य के कई क्षेत्रों में जंगली जानवरों के बस्तियों में प्रवेश करने की घटनाएं सामने आ रही हैं. चीता और हाथियों के हमले में अक्सर मवेशियों के साथ आम लोग भी प्रभावित हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री ने बंगाल के घने जंगलों में जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का प्रयोग करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में कम से कम एक-एक ड्रोन रखा जाये. उन्होंने इस क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा धन आवंटन की भी जानकारी दी. गौरतलब है कि हाल ही में जलपाईगुड़ी में एक लड़की को तेंदुआ उठा ले गया था. मुख्यमंत्री ने घटना पर प्रकाश डालते हुए वन विभाग के अधिकारी को बुलाया और पूछा : मुझे खबर मिल रही है कि कभी-कभी चीता जंगलों से बाहर निकल रहा है. मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार की मदद करने की घोषणा की. इसके बाद ही निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया. इस पर मुख्य सचिव मनोज पंत ने कहा कि ड्रोन खरीदने की व्यवस्था पहले से ही की जा रही है. इसके बाद सीएम ने कहा कि जब तक ड्रोन की व्यवस्था नहीं हो जाती, हमें पुलिस से बात करनी होगी और अस्थायी रूप से व्यवस्था करनी होगी.
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