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भाजपा के किले में तृणमूल ने लगायी सेंध

राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दक्षिण बंगाल के जिलों में पूरा दबदबा है और इसकी वजह से ही तृणमूल कांग्रेस आज सत्ता में है.

सिताई सीट पर दर्ज की धमाकेदार जीत

उत्तर बंगाल में मदारीहाट सीट तृणमूल ने भाजपा से छीनी

संवाददाता, कोलकाता

राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दक्षिण बंगाल के जिलों में पूरा दबदबा है और इसकी वजह से ही तृणमूल कांग्रेस आज सत्ता में है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव व उसके बाद 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने उत्तर बंगाल में बेहतर प्रदर्शन किया था. एक तरह से कहा जाये तो उत्तर बंगाल भाजपा का गढ़ है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस अपने अथक प्रयासों के बाद भाजपा के इस किले में सेंध लगाने में कामयाब हो गयी है. लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने कूचबिहार लोकसभा सीट भाजपा से छीन ली थी. अब इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा से मदारीहाट सीट भी छीन ली है.

उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले में स्थित सिताई विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार संगीता रॉय ने उपचुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दीपक कुमार रॉय को 1,30,636 मतों के अंतर से हरा दिया है. तृणमूल उम्मीदवार को 1,65,984 वोट मिले, जबकि भाजपा के दीपक कुमार रॉय को 35,348 वोट मिले. वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार हरिहर रॉय सिंह को 9,177 वोट मिले. इसी प्रकार, तृणमूल कांग्रेस ने अलीपुरदुआर जिले में स्थित मदारीहाट सीट भाजपा से छीन ली है. इस सीट पर भाजपा के मनोज टिग्गा ने 2021 में जीत हासिल की थी. इस पर हुए उपचुनाव में तृणमूल के जयप्रकाश टोप्पो ने 79,186 वोट हासिल किये, जो भाजपा के राहुल लोहार के वोट से 28,168 अधिक थे, जिन्हें 51,018 वोट मिले. यह राज्य के चाय बागान क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सीट पर तृणमूल की वापसी का संकेत है.

पांच सीटों पर वाममोर्चा प्रत्याशियों की जब्त हुई जमानत

कोलकाता. राज्य की छह सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित किये गये. इनमें से पांच सीटों पर वाममोर्चा प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी. एकमात्र हाड़ोवा सीट से वाम समर्थित आइएसएफ प्रार्थी ने अपनी लाज बचायी. मदारीहाट सीट से आरएसपी प्रार्थी निर्दलीय से भी पीछे रह गये. सिताई सीट पर फारवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहे. तालडांगा में माकपा प्रत्याशी 19430 वोट हालिस कर चौथे स्थान पर रहे. मेदिनीपुर सीट से सीपीआइ उम्मीदवार 11039 वोटों के साथ तीसरे पायदान पर रहे. हाड़ोवा सीट पर भाजपा प्रार्थी की भी जमानत जब्त हो गयी. वहीं, कांग्रेस का भी हाल बेहाल रहा. मेदिनीपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी श्यामल घोष को महज तीन हजार 633 वोट एवं हाड़ोवा से हबीब रेजा चौधरी को केवल 3,762 वोट मिले.

नैहाटी सीट पर भी सीपीआइएमएल उम्मीदवार देबज्योति मजूमदार को मात्र 7,575 वोट (छह प्रतिशत) मिले.

मतगणना पूरी होने से पहले ही केंद्र से निकल गये भाजपा प्रार्थी

बशीरहाट. शनिवार सुबह जैसे ही मतगणना शुरू हुई, हाड़ोवा सीट से भाजपा भाजपा प्रत्याशी विमल दास के चेहरे पर शिकन भी बढ़ने लगी. रुझान अपने खिलाफ आते ही वह बीच में ही काउंटिंग हॉल छोड़ कर निकल गये. उन्होंने कहा कि इस नतीजे का असर 2026 के विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा. किस तरह से वोट हुआ है, यह सबको पता है. बूथ में भाजपा के एजेंटों को बैठने तक नहीं दिया गया. जहां-तहां फर्जी वोट डाले गये. भाजपा की ओर से कई बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की गयी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया.

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