कोलकाता. चक्रवाती तूफान ‘डाना’ के असर से कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल में दिन भर बारिश हुई. इसके कोलकाता के अधिकांश इलाके पानी में डूबे हुए हैं. हालांकि हवा तेज नहीं होने की वजह से कोलकाता में कहीं भी पेड़ नहीं गिरे हैं. लेकिन जल जमाव की समस्या की वजह से कोलकाता नगर निगम की परेशानी दिन भर बढ़ी रही. जल निकासी के लिए दिन भर कोलकाता नगर निगम सक्रिय रहा. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए मेयर फिरहाद हकीम रात भर निगम में मौजूद थे. वह कंट्रोल रूम की मदद से रात भर स्थिति पर नजर रख रहे थे. मेयर के साथ सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के अधिकारी भी निगम में थे. शुक्रवार दोपहर को भी मेयर ने कई बार कंट्रोल रूम का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. इस दौरा निगम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि दिन भर बारिश होने की वजह से गंगा नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है. इस वजह से सड़कों पर जमे पानी की निकासी नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि अगर अगले चार घंटे तक बारिश नहीं हुई, तो कोलकाता में सड़कों में जमे पानी की निकासी कर दी जायेगी. मेयर ने कहा कि दोपहर 12 बजे तक बालीगंज में 119 मिलीमीटर, चेतला में 99 मिलीमीटर और मोमिनपुर में 104 मिलीमीटर बारिश हुई. कोलकाता इलाके में प्रति घंटे 20 मिलीमीटर तक पानी की निकासी हो सकती है. लेकिन अगर इससे ज्यादा पानी जमा हो जाये, तो निकासी में तीन से चार घंटे का समय लग सकता है. बता दें कि ठनठनिया समेत कोलकाता के कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं. ऐसे में मेयर ने यह भी कहा कि ठनठनिया में पिछले 50 सालों से पानी जमा हो रहा है. फिलहाल नदी में भाठा के समय भी पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. इसलिए हम पानी निकालने के लिए लॉकगेट नहीं खोल पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर अगले चार घंटे तक बारिश नहीं हुई, तो सड़कों पर जमे हुए पानी की निकासी कर दी जायेगी. उन्होंने कहा कि कोलकाता में बिजली के झटके से होने वाली मौत की घटना पर रोकने के लिए निगम का इलेक्ट्रिसिटी विभाग सक्रिय है. मेयर ने कहा कि काली पूजा के लिए लगायी गयीं सभी लाइटें तब तक बंद रहेंगी, जब तक सड़कों पर जमा पानी पूरी तरह से निकल नहीं जाता.
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