पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बर्दवान जिले के पानागढ़ बाजार हिंदी हाई स्कूल (एचएस) के दासवीं कक्षा के रिजल्ट निकलने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए स्कूल में ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा की पढ़ाई क्या बंद होने जा रही है. इस मुद्दे को लेकर दसवीं कक्षा पास करने वाले स्थानीय स्कूल के छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों में चिंता घेरने लगी है. इस दिशा में स्कूल प्रबंधन क्या कदम उठाएगा यह बड़ा सवाल है. हालांकि विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय में पहले ही साइंस संकाय बंद कर दिया गया था. विद्यालय में केवल कला और वाणिज्य संकाय की ही किसी तरह गत वर्ष तक पढ़ाई हुई. लेकिन ग्यारहवीं कक्षा और बारहवीं कक्षा के लिए अब विद्यालय में एक भी स्थाई शिक्षक नहीं रहने के कारण इस वर्ष से उक्त कक्षाओं के लिए भर्ती संभवत: बंद जायेगी.
स्कूलाें में शिक्षकों का है अभाव
शिक्षकों के अभाव में उक्त संकायों की पढ़ाई के लिए मूल कारण बताया जा रहा है. लेकिन कई अभिभावकों का कहना है की इससे पहले भी इन कक्षाओ के लिए शिक्षक नहीं थे, इसके बावजूद गत वर्ष के छात्र-छात्राओं ने अपने बलबूते अथवा प्राइवेट ट्यूशन पढ़कर विद्यालय का रिजल्ट बेहतरीन किया. लेकिन इस दिशा में पार्ट टाइम शिक्षक रखकर भी ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा को चलाया जा सकता है. लेकिन इस दिशा में स्कूल के प्रधान शिक्षक कोई उपयुक्त कदम नहीं उठाते है.अभिभावकों का कहना है की प्रधान शिक्षक स्वंय ही विद्यालय में कम आते है. वे यहां के गरीब छात्र छात्राओं की पीड़ा को क्या समझेंगे. स्कूल संचालन कमेटी भी इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाती तो कई सारे विकल्प निकल सकते है जिससे विद्यालय में ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा रनिंग रह सके. क्योंकि शिक्षकों की कमी केवल पानागढ़ बाजार हिंदी हाई स्कूल में नही है.
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स्कूल प्रबंधन अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षकों को लेकर करेंगी बैठक
दुर्गापुर नेपाली पाड़ा हिंदी हाई स्कूल में भी शिक्षकों की कमी है बावजूद वहां के प्रधान शिक्षक इस दिशा में पैरा टीचर्स रखकर ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के तीनों संकाय को चला रहे है. लेकिन इस वर्ष उस पर भी गाज गिरती नजर आ रही है. बताया जाता है की इस मुद्दे को लेकर विद्यालय में आगामी बीस मई को स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षकों को लेकर बैठक करेंगी.आगे की रणनीति क्या होगी इस पर चर्चा होंगी. वही हिंदी सांस्कृतिक परिषद के लोग भी स्कूल संचालन कमेटी के साथ इस बड़े मुद्दे को लेकर आम बागान मंदिर सभा कक्ष में आगामी रविवार को बैठक करेंगे. इस समस्या का हल कैसे निकले ताकि गरीब छात्र छात्राएं दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई इस विद्यालय से ही कर सके.