प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की. भाषण के बाद उन्होंने मंच के पीछे ‘पीड़ितों’ से बात की. बीजेपी ने दावा किया कि संदेशखाली में तृणमूल नेताओं द्वारा ‘उत्पीड़न’ की शिकार कुछ महिलाएं प्रधानमंत्री से मिलने आईं. मोदी ने उनसे अकेले में मुलाकात की. उस वक्त वहां कोई भी बीजेपी नेता मौजूद नहीं था. उन महिलाओं ने मोदी से शिकायत की.बीजेपी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने संदेशखाली की महिलाओं की बात उसी धैर्य से सुनी जैसे एक पिता अपने बच्चों की शिकायतें सुनता है.उन्होंने उन्हें माफी का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के बारासात में 12 किलोमीटर लंबा अनियोजित रोड शो भी किया.
नारी शक्ति ने देश को दिशा दी : पीएम मोदी
इससे पहले मोदी ने बारासात मंच से राज्य की सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश की धरती नारी शक्ति का बहुत बड़ा केंद्र है. यहां की नारी शक्ति ने देश को दिशा दी है. इस धरती ने रूपिनी के साथ-साथ मां सारदा, रानी रासमणि, वीणा दास, प्रीतिलता, कल्पना दत्ता को बहुत ताकत दी है. लेकिन तृणमूल ने इस धरती पर नारी शक्ति पर अत्याचार किया है. माताओं-बहनों पर अत्याचार कर तृणमूल ने घोर पाप किया है.
संदेशखाली में महिलाओं के साथ जो हुआ वह शर्म की बात है : पीएम मोदी
उन्होंने कहा, राज्य सरकार के बंगाल की महिलाएं, देश की महिलाएं आक्रोश में हैं. नारी शक्ति के आक्रोश का यह ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला है, बल्कि यह पूरे बंगाल तक जाएगा. पश्चिम बंगाल को नारी शक्ति के लिए बहुत बड़ा प्रेरणा केंद्र करार देते हुए मोदी ने कहा कि यहां की महिलाओं ने देश को दिशा दी है और मां शारदा, भगिनी निवेदिता, मातंगिनी हाजरा और कल्पना दत्ता जैसी अनगिनत शक्ति स्वरूपा दी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इसी धरती पर टीएमसी के राज में नारी शक्ति पर अत्याचार का घोर पाप हुआ है. संदेशखाली में जो हुआ उससे किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा. लेकिन यहां की सरकार को आपके दुख से कोई फर्क नहीं पड़ता.