कोलकाता.
बिहार के मंत्री व बंगाल भाजपा के प्रभारी मंगल पांडेय ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर निशाना साधा और बंगाल में हुई हिंसा पर सीएम को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि ममता दीदी के शासन में राज्य सुलग रहा है. चुनावों के दौरान हिंसा और बढ़ जाती है. इस दौरान तृणमूल समर्थित अपराधी आक्रामक हो जाते हैं और भाजपा व अन्य विरोधी दलों पर निशाना साधने लगते हैं. तृणमूल प्रमुख भी हिंसा भड़काने में लग जाती हैं. फिलहाल लोकसभा चुनाव के बीच ममता बनर्जी अपने बयानों से हिंसा भड़का रही हैं. उनके बयान के बाद खून-खराबे की घटना सामने आयी है. नंदीग्राम में भाजपा कार्यकर्ताओं पर धारदार हथियारों से हमला अत्यंत निंदनीय है. इस घटना में भाजपा की एक महिला कार्यकर्ता की मौत हो गयी, जबकि सात लोग घायल हुए हैं. हमला करनेवालों को तृणमूल का समर्थन प्राप्त है. यह तृणमूल एवं इंडी गठबंधन का असली चेहरा है.श्री पांडेय ने कहा कि तृणमूल समेत तमाम विपक्षी दल हार की हताशा के बाद हिंसा पर उतर आये हैं. जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी. चुनाव के दौरान खून- खराबा करवाना पश्चिम बंगाल सरकार की खासियत हो गयी है. गुंडों के बल पर चुनाव प्रभावित कर ममता दीदी जीतना चाहती हैं. यह उनकी हार की हताशा है. राज्य में पांचवें चरण की वोटिंग के दौरान 20 मई को भी हिंसा की घटनाएं हुईं. ममता बनर्जी केवल तुष्टीकरण करना और धार्मिक उन्माद फैलाना जानती हैं. पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति उत्पन्न हो गयी है. चुनाव आयोग संज्ञान लें. यहां सबसे अधिक चुनावी हिंसा होती है. वोटरों को डराकर ममता सरकार जीत हासिल करना चाहती है.
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