Anubrata Mondal , मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में गौ तस्करी मामले में तिहाड़ जेल से दो वर्ष बाद जमानत पर रिहा होकर बीरभूम लौटे तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल शुक्रवार को अपने एक बयान के बाद फिर से चर्चा में आ गये है. अनुब्रत मंडल ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि बीरभूम जिले की तृणमूल कांग्रेस कोर कमेटी में छह नहीं बल्कि 15 प्रतिनिधि होने चाहिए. हर वर्ग और हर स्तर से कम से कम 15 सदस्यों की जरूरत है. तभी जिले में तृणमूल कांग्रेस को और मजबूत किया जा सकेगा.
अनुब्रत मंडल ममता बनर्जी से करेंगे बात
इस विषय को लेकर अनुब्रत मंडल ने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी से कोलकाता में बातचीत करेंगे ताकि इस पर विचार कर कोर कमेटी का विस्तार किया जा सके.अनुब्रत मंडल ने कहा कि कम से कम 15 लोगों की कोर कमेटी बनायी जानी चाहिए. कालीपूजा के दिन उन्होंने पार्टी कार्यालय में बैठकर पार्टी की कोर कमेटी के सदस्यों की संख्या को लेकर योजना बतायी. इस दिन बोलपुर स्थित पार्टी कार्यालय में उनके स्पष्ट शब्द में कहा कि जो कोर कमेटी बनी है, वह बोलपुरमुखी है. यानी बोलपुर महकमा के नेताओं की संख्या इसमें ज्यादा है. इसमें जिले के हर स्थान और हर क्षेत्र के सभी स्तरों के प्रतिनिधि शामिल नहीं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि काली पूजा के बाद वह ममता बनर्जी से कम से कम 15 लोगों की कोर कमेटी बनाने को लेकर बात करेंगे.
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सभी स्तरों के नहीं है प्रतिनिधि
हालांकि, कोर कमेटी के संयोजक विकास रॉय चौधरी ने कहा कि पार्टी नेता ने इस कमेटी का गठन किया है. पार्टी हित के लिए कोई भी उन्हें सुझाव दे सकता है. पार्टी नेता जिस पर विचार करेंगे और निर्देश देंगे, उसके अनुसार ही सभी आगे बढ़ेंगे. गौरतलब है कि दो वर्ष पहले अनुब्रत मंडल की अनुपस्थिति में ममता बनर्जी ने उन्हें जिला अध्यक्ष रखते हुए छह लोगों की कोर कमेटी बनायी थी. पहले चरण में दो सांसद, बीरभूम की शताब्दी राय और बोलपुर के असित माल कोर कमेटी में थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें बाहर कर दिया गया और छह सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया गया.
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