Airtel Nokia Deal : रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने भारतीय टेलीकॉम मार्केट में जब से एंट्री ली है, तब से बाकी सभी टेलीकॉम कंपनियों को कड़ी टक्कर दे रही है. रिलायंस जियो को मजबूती से टक्कर सिर्फ एयरटेल ही दे रहा है. अधिकतर लोग एयरटेल के अच्छे नेटवर्क की वजह से उसे इस्तेमाल करते हैं.
इसी बीच एयरटेल (Airtel) ने अपने 4G नेटवर्क को मजबूत बनाने और 5G नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने के लिए नोकिया (Nokia) के साथ डील (Airtel Nokia Deal) कर ली है. इसका मतलब यह हुआ कि अब एयरटेल का नेटवर्क पहले से भी बेहतर हो जाएगा, जो इसके ग्राहकों को अच्छी खबर है.
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भारती एयरटेल और नोकिया के बीच एक बड़ी डील हुई है. इसके तहत एयरटेल के 4जी नेटवर्क को मजबूती मिलेगी और 5जी नेटवर्क को डेवलप करने में भी नोकिया की ओर से मदद मिलेगी. इस डील के जरिये देश के सभी नौ सर्कल्स में एयरटेल 5जी नेटवर्क के लिए काम करेगा. यह डील एक बिलियन डॉलर यानी लगभग 7,636 करोड़ रुपये की बतायी जा रही है. हालांकि डील की रकम को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
एयरटेल के नेटवर्क में नोकिया सबसे बड़ा 4जी वेंडर है. वहीं आने वाले समय में नोकिया 5जी नेटवर्क के लिए 3,00,000 रेडियो यूनिट्स लगाएगा. इस डील के बाद नोकिया ने कहा है कि वह एयरटेल को जरूरी उपकरण और सेवाएं उपलब्ध कराएगा. जिन इलाकों में एयरटेल का नेटवर्क कमजोर है, उन इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम होगा.
इस साझेदारी पर भारती एयरटेल के एमडी और सीईओ (भारत और दक्षिण एशिया) गोपाल विट्टल ने कहते हैं, हम एक दशक से अधिक समय से नोकिया के साथ काम कर रहे हैं और अपने नेटवर्क की क्षमता और कवरेज को बेहतर बनाने में खुशी महसूस कर रहे हैं.
वहीं इस साझेदारी के बाद नोकिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव सूरी ने कहा, हमने कई वर्षों तक भारती एयरटेल के साथ मिलकर काम किया है और लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए खुशी हो रही है. यह परियोजना उनके मौजूदा नेटवर्क को बढ़ाएगी और एयरटेल ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और भविष्य में 5जी सेवाओं के लिए नींव भी रखेगी.
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इस डील के तहत नोकिया SRAN (सिंगल रेडियो एक्सेस नेटवर्क) प्रोडक्ट्स के जरिये एयरटेल की मदद करेगा. बताते चलें कि SRAN के जरिये टेलीकॉम ऑपरेटर को 2जी, 3जी और 4जी नेटवर्क को मैनेज करने में मदद मिलती है. इसके अलावा नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है.
मालूम हो कि मौजूदा समय में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम बाजार है. साल 2025 तक भारत में यूनिक मोबाइल यूजर्स की संख्या 92 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी, जिनमें से 8 करोड़ 5जी यूजर्स होंगे.