Digital Security : इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि डिजिटल अर्थव्यवस्था में सुरक्षा का मसला एक वैश्विक चुनौती है और इससे निपटने के लिए मिलजुलकर काम करने की जरूरत है. चंद्रशेखर ने यहां आयोजित वैश्विक सार्वजनिक डिजिटल ढांचा (डीपीआई) सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था की सुरक्षा कोई घरेलू मुद्दा नहीं है और न ही इसमें चुनिंदा सहयोग से काम चल पाएगा.
साइबर क्राइम के सबसे ज्यादा मामले फिनटेक के
आईटी मंत्री ने कहा, डिजिटल अर्थव्यवस्था में सुरक्षा के घरेलू, कानूनी, तकनीकी एवं आर्थिक पहलुओं को सुधारने के तरीके विकसित करने के लिए एक साझा समझ तैयार करनी होगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य-प्रौद्योगिकी, वित्तीय-प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और इंटरनेट आधारित कंपनियों के पास अब उपभोक्ताओं के बारे में तमाम संवेदनशील एवं व्यक्तिगत जानकारियां रहती हैं. इनमें साइबर अपराध के सबसे ज्यादा मामले वित्तीय-प्रौद्योगिकी में सामने आते हैं, जबकि स्वास्थ्य देखभाल और सोशल मीडिया से संबंधित अपराध उसके बाद हैं.
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आम लोगों के साथ सरकारों के लिए भी खतरा
चंद्रशेखर ने कहा, इन कंपनियों के पास मौजूद आंकड़े में सेंधमारी, फिरौती के लिए साइबर हमले और सेवा रोकने वाले हमले आम लोगों के साथ सरकारों के लिए खतरा पैदा करते हैं. ऐसे अपराधों से उपभोक्ताओं का भरोसा कम होने का असर आखिरकार डिजिटल कायाकल्प एवं आर्थिक वृद्धि पर ही पड़ेगा. (भाषा इनपुट के साथ)