Twitter, Retweet, Misinformation : माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर (Twitter) ने झूठी और खबरों की रोकथाम के लिए एक नया फीचर लांच किया है. इस सोशल नेटवर्किंग कंपनी ने ट्वीट करके बताया कि कुछ लोग ट्वीट पढ़ने के बाद उसे रीट्वीट (Retweet) करने का इरादा छोड़ देते हैं.
ट्विटर भी यही चाहता है, क्योंकि इस तरह के ट्वीट अक्सर रीट्वीट किये जाने के लायक नहीं होते हैं. इससे पहले ट्विटर ने एंड्रॉयड पर ट्रायल बेसिस पर जून में एक इनफॉर्मल डिस्कशन नाम का फीचर शुरू किया था.
रीट्वीट से पहले आयेगा पॉपअप
ट्विटर ने हाल ही में रीट्वीट का तरीका बदल दिया है. अब अगर आप अपने ट्विटर हैंडल से जैसे ही किसी मैसेज या टेक्स्ट को रीट्वीट करने का ऑप्शन टैप करेंगे, एक नया पॉपअप सामने आ जाएगा. इसमें लिखा है Headlines don’t tell the full story. कुल मिलाकर ट्विटर चाहता है कि आप किसी भी कमेंट या टेक्स्ट को रीट्वीट करने से पहले कुछ लिखें.
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अब कैसे करें रीट्वीट?
किसी ट्वीट को जब भी आप रीट्वीट करना चाहेंगे, यह पॉपअप जरूर आयेगा. लेकिन ऐसा नहीं है कि आपको रीट्वीट करने से पहले कुछ लिखना जरूरी है. आप बिना कुछ कमेंट किये अब भी रीट्वीट कर सकते हैं. इसके लिए पॉपअप खुलते ही रीट्वीट ऑप्शन को दोबारा टैप करें. पोस्ट रीट्वीट हो जाएगा.
अफवाहों पर लगेगी लगाम
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अफवाहों (Misinformation) पर लगाम कसने के लिए ही नये फीचर को शामिल किया गया है. आये दिन किसी भी बात को बेवजह तूल देने के लिए भी ट्विटर खूब इस्तेमाल होता रहा है. पिछले राष्ट्रपति चुनावों में भी ट्विटर और फेसबुक (Facebook) समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का अफवाह उड़ाने के लिए खूब इस्तेमाल हुआ था. यही वजह है कि इस बार ट्विटर ने रीट्वीट फीचर में बदलाव किया है.