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Ola – Uber की बढ़ी टेंशन, बेंगलुरु में कैब ड्राइवरों ने कमिशन से बचने का निकाला तगड़ा जुगाड़

Ola - Uber: कैब ड्राइवर के मुताबिक बेंगलुरु में लगभग 40-50 ऐसे ग्रुप हैं जो ओला और उबर की तुलना में बेहतर किराये की पेशकश करने के लिए एयरपोर्ट ड्राइवरों के लिए एक विशेष व्हाट्सऐप ग्रुप शुरू किया है...

Ola – Uber: ओला और उबर जैसी दिग्गज राइड-हेलिंग कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती देने के लिए बेंगलुरु में ऑटोरिक्शा और कैब चालक तेजी से टेलीग्राम और व्हाट्सऐप ग्रुप के साथ-साथ जीरो कमीशन ऐप आधारित सेवाओं की ओर रुख कर रहा है. मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये नए प्लेटफॉर्म, जिनमें ड्राइवर यूनियन सपोर्टेड ऐप्स शामिल हैं, एग्रीगेटर्स के लिए महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धा पैदा कर रहे हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, ड्राइवर टेलीग्राम और व्हाट्सऐप पर “ड्यूटी ग्रुप” का उपयोग करते हैं, जहां कैब ड्राइवर ट्रिप रिक्वेस्ट और लीड का आदान-प्रदान करते हैं. इन ड्यूटी ग्रुप के दो मुख्य प्रकार हैं – पहले में केवल वे ड्राइवर शामिल होते हैं जो अनुपलब्ध होने पर दूसरों के साथ ट्रिप रिक्वेस्ट साझा करते हैं, और दूसरे प्रकार में ड्राइवर, ट्रैवल एजेंट और आईटी पार्क प्रतिनिधि शामिल होते हैं जो काम के घंटों के बाद कर्मचारियों के लिए इंट्रासिटी यात्रा आवश्यकताओं को पोस्ट करते हैं. ये ग्रुप ड्राइवरों को कमीशन शुल्क से बचने की अनुमति देते हैं, जिसमें यात्री केवल सरकार द्वारा विनियमित किराया देते हैं. एक बार जब ड्राइवर या एडमिन को सवारी का अनुरोध प्राप्त होता है, तो वे अपने विवरण और उपलब्धता के साथ जवाब देते हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि एक प्रमुख ड्राइवर यूनियन, कर्नाटक चालका ओक्कोटा (KCO) 56,000 से ज्यादा सदस्यों वाले दो बड़े टेलीग्राम ग्रुप संचालित करती है. KCO के संस्थापक जी नारायणस्वामी कहना है कि ये ग्रुप ओला और उबर द्वारा लगाए जाने वाले 30-40 प्रतिशत कमीशन शुल्क से बचने के लिए बनाए गए थे. वे सरकार द्वारा तय किए गए किराये का पालन करते हैं और mParivahan ऐप का उपयोग करके सुनिश्चित करते हैं कि ड्राइवर की साख अपडेट हो.

कैब ड्राइवर के मुताबिक बेंगलुरु में लगभग 40-50 ऐसे ग्रुप हैं जो ओला और उबर की तुलना में बेहतर किराये की पेशकश करने के लिए एयरपोर्ट ड्राइवरों के लिए एक विशेष व्हाट्सऐप ग्रुप शुरू किया है. इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के जवाब में, राइड-हेलिंग दिग्गज ओला और उबर ड्राइवरों को बनाए रखने के तरीके तलाश रहे हैं, जैसे कि उबर के ‘उबर प्रो’ जैसे रिवॉर्ड प्रोग्राम की पेशकश करना, जो नकद क्रेडिट और बीमा पर छूट और विभिन्न माइक्रोलोन प्रदान करता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उबर ड्राइवर सपोर्ट सुविधाओं को भी बढ़ा रहा है, जिसमें अपफ्रंट प्राइसिंग और नए सब्सक्रिप्शन मॉडल शामिल हैं.

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