Tech Tips Inverter Battery Water Filling: गर्मी और उमस की वजह से पूरे देश में बिजली की जबरदस्त मांग है. यह मांग पूरी नहीं होने से देशभर के कई गांवों, कस्बों और शहरों में कई घंटों मक बिजली की कटौती की जा रही है. ऐसे में कई लोग अपनी जरूरत के मुताबिक, सिंगल बैटरी और डबल बैटरी के इन्वर्टर घर में लगा रखे हैं. जैसा की दूसरे इलेक्ट्रिक गैजेट्स में होता है, बैटरी का भी रख-रखाव करना जरूरी होता है. इके लिए सबसे जरूरी चीज बैटरी में समय-समय पर पानी डालना होता है. यह पावर बैकअप तो बढ़ाता ही है, बैटरी को भी लॉन्ग लाइफ देने में कारगर है.
आमताैर पर लोग फॉलो नहीं करते सही तरीका
हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालने का भी एक सही तरीका होता है, जिसका अनुसरण आमतौर पर हम या मिस्त्री नहीं करते हैं और इस वजह से घर में लगे इन्वर्टर की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है और धीरे-धीरे खराब हो जाती है. यह बात ध्यान में रखकर हम आपके लिए लेकर आये हैं इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालने के सही तरीके की जानकारी-
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क्या है इन्वर्टर की बैटरी में पानी भरने का तरीका?
इन्वर्टर में पानी भरना ऐसे तो हर किसी को आसान ही लगता है, लेकिन आसान से लगनेवाले इस काम को भी हम या मिस्त्री ठीक से नहीं करते हैं. इस वजह से 20 हजार रुपये की बैटरी को खराब होने में देर नहीं लगती. अपने इन्वर्टर की बैटरी को आप अगर लॉन्ग लाइफ देना चाहते हैं, तो यहां जो तरीका हम आपको बता रहे हैं, उसके अनुसार इन्वर्टर की बैटरी में पानी भरना फायदेमंद रहेगा.
इन्वर्टर की बैटरी में पानी भरने के समय ध्यान रखें
बैटरी में भरने के लिए डिस्टिल या डीमिनरलाइज्ड पानी का उपयोग करना ज्यादा उपयुक्त होता है.
बैटरी के सामने या उसके ऊपर एक इंडिकेटर लाइन या मार्कर होता है. यह बताता है कि कितना पानी भरना है. बैटरी की साइड पर यह जानकारी मिल सकती है.
बैटरी बनानेवाली कंपनी ने जो दिशानिर्देश दिये हैं, उनका पालन सुनिश्चित करें. यहां से आपको बैटरी में पानी की सही मात्रा और तरीका के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है.
स्विंग हाइड्रोमीटर का उपयोग सही रहता है. यह बैटरी के एसिड स्तर की मात्रा को मापने में मदद करता है, जिससे बैटरी में पानी की सही मात्रा निर्धारित करने में सहूलियत होती है.
इन्वर्टर की बैटरी में बड़े बर्तन से कभी भी पानी नहीं भरें. ऐसा करने पर पानी बाहर गिरने का खतरा बना रहता है और अगर ऐसे में यह पानी वायरिंग पर गिरा तो आपको करंट भी लगा सकता है.
दूसरी ओर, बैटरी के बाहर पानी गिरने से बैटरी के तारों में स्पार्क हो सकता है और इससे बैटरी खराब हो सकती है. अत: जब भी इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालना हो, उसमें छोटे मुंह वाले बोतल से पानी डालें.
बैटरी में पानी की सही मात्रा का पालन कर आप बैटरी की लाइफ और परफॉर्मेंस बढ़ा सकते हैं और इससे इन्वर्टर को सही तरीके से काम करने में मदद मिल जाती है.
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