कोलकाता : चुनाव आयोग ने अभी बंगाल में विधानसभा चुनाव 2021 के लिए तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सुरक्षा बलों का राज्य में आना शुरू हो गया है. सीधे जम्मू-कश्मीर से ट्रेन में भरकर केंद्रीय सशस्त्र बलों की 12 कंपनियां बंगाल आ चुकी हैं. इन जवानों को राज्य के अलग-अलग संवेदनशील जिलों में तैनात किया जायेगा, ताकि चुनावों के दौरान कोई गड़बड़ी न हो सके.
भाजपा ने केंद्रीय सशस्त्र बलों से स्वतंत्र और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की मांग की थी. चुनाव आयोग ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर अपनी रिपोर्ट सौंपी. मुख्य चुनाव आयुक्त की अगुवाई में आयोग का फुल बेंच बंगाल के दौरे पर आया था. आयोग ने मुख्य सचिव एवं गृह सचिव समेत पुलिस के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बातचीत की थी.
आयोग ने स्पष्ट कहा था कि राज्य की कानून-व्यवस्था से वे संतुष्ट नहीं हैं. इसलिए राज्य पुलिस को मतदान केंद्रों से दूर रखा जायेगा. इसके बाद सशस्त्र बलों को भेजने का फैसला किया गया. निर्णय के अनुसार, केंद्रीय सशस्त्र बलों की 125 कंपनियों को राज्य में तैनात किया जाना है.
केंद्रीय सशस्त्र बलों की 12 कंपनियां शनिवार सुबह कश्मीर से विशेष ट्रेन से पश्चिम बर्दवान जिला के दुर्गापुर स्टेशन पर उतरीं. केंद्रीय सशस्त्र बलों के कमांडर सुहम ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र बलों की 12 कंपनियां कश्मीर से पहुंची है, जिनमें एक बांकुड़ा, एक बीरभूम से और 10 राज्य के विभिन्न जिलों में जायेगी.
केंद्रीय बलों की पांच कंपनियां शनिवार सुबह डानकुनी स्टेशन पर पहुंचीं. स्टेशन परिसर में सुरक्षा की जांच के लिए स्निफर डॉग की मदद ली गयी. ट्रेन डानकुनी के एक नंबर प्लेटफॉर्म पर रुकी. केंद्रीय बलों को ले जाने के लिए स्टेशन से सटे स्टैंड पर बसों को पहले से ही तैनात कर दिया गया था. केंद्रीय बल के जवान पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, हावड़ा ग्रामीण व हावड़ा कमिश्नरेट, हुगली ग्रामीण पुलिस के विभिन्न क्षेत्रों में मोर्चा संभालेंगे.
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Posted By : Mithilesh Jha