कोडरमा : लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों की वापसी को लेकर ट्रेनों की आवाजाही धीरे-धीरे तेज हो रही है. गुरुवार (14 मई, 2020) की सुबह आंध्र प्रदेश के नागुलपल्ली से श्रमिक स्पेशल ट्रेन कोडरमा जंक्शन पहुंची. इस ट्रेन पर कुल 1602 प्रवासी श्रमिक और बच्चे सवार थे. इसमें कोडरमा के 384 प्रवासी शामिल हैं.
बताया जाता है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन सुबह करीब 6:00 बजे यहां पहुंची. इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से सभी को नाश्ता व पानी दिया गया. सभी श्रमिकों की स्क्रीनिंग के बाद विभिन्न बसों से उनके गृह जिलों के लिए रवाना किया गया. कई श्रमिक अपने परिवार व बच्चों के साथ थे. श्रमिकों को उनके गृह जिला भेजने के लिए 66 बसों का इंतजाम किया गया था.
स्पेशल ट्रेन में गोड्डा के 1028, कोडरमा के 384, देवघर के 07, दुमका के 65, गिरीडीह के 20, जामताड़ा के 35, साहिबगंज के 6, धनबाद के 5 श्रमिक शामिल हैं. अपने प्रदेश वापस आकर श्रमिक काफी राहत महसूस कर रहे हैं. उनके चेहरे पर इसकी खुशी भी दिखी.
गुरुवार की रात करीब 8:30 बजे नवी मुंबई से एक अन्य श्रमिक स्पेशल ट्रेन कोडरमा पहुंचेगी. इसको लेकर भी स्टेशन पर तमाम इंतजामात किये गये हैं. इस ट्रेन से भी करीब 1200 श्रमिकों के पहुंचने की संभावना है. इसके बाद इन्हें विभिन्न बसों से उनके गृह जिलों में भेजा जायेगा. वहीं, एक अन्य ट्रेन के रात 1 बजे के बाद महाराष्ट्र के रत्नागिरी से आने की सूचना है.
उल्लेखनीय है कि प्रवासी श्रमिकों की वजह से झारखंड में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं. हाल ही में 50 नये कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं. इनमें 38 प्रवासी श्रमिक हैं, जो अलग-अलग राज्यों से अपने घर लौटे हैं. हेमंत सोरेन की सरकार अन्य राज्यों में फंसे झारखंड के लोगों को वापस लाने में जुटी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि जब तक अपने सभी श्रमिकों को वापस नहीं ले आयेंगे, चैन से नहीं बैठेंगे.
झारखंड में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 181 हो गयी है, जिसमें कोडरमा के 2 लोग शामिल हैं. कोडरमा जिला में एक मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुका है, जबकि 2 लोगों का कोविड19 अस्पताल में इलाज चल रहा है.