बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली की सदर तहसील के अमीनों और एंटी करप्शन टीम (भ्रष्टाचार निवारण संगठन) के बीच कलह लगातार बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को एंटी करप्शन टीम ने कोतवाली में जांच के दौरान बदसलूकी करने वाले 4 अमीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह विवाद 4 अक्टूबर से शुरू हुआ है, जो शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. एंटी करप्शन टीम ने 4 अक्टूबर को सदर तहसील के अमीन रामजी शरण को 5 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया था. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अमीन संघ ने अमीन मनोज यादव पर एंटी करप्शन की टीम से मिलकर रामजी शरण को ट्रैप कराने का आरोप लगाए था. रामजी शरण के ट्रैप होने के अगले ही दिन एंटी करप्शन के दो सदस्य और रामजी शरण के विरोधी अमीन मनोज यादव स्टेशन रोड के एक होटल में खाना खा रहे थे. इसी दौरान रामजी शरण के भाई और अमीन संघ के प्रदेश अध्यक्ष सर्वेश कुमार ने होटल पहुंचकर वीडियो बनाई. उस वक्त भी दोनों के बीच टकराव हुआ था.सर्वेश ने एंटी करप्शन के दो सदस्य, अमीन मनोज यादव समेत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
सोमवार को रिश्वतखोरी के मामले की जांच को टीम सदर तहसील पहुंची थी.एसडीएम, और तहसीलदार के सामने ही संग्रह अमीन, एंटी करप्शन टीम के सदस्य भिड़ गए.इसमें हाथापाई के साथ ही धक्का मुक्की की भी बात सामने आई थी.इस दौरान तहसील में अफरातफरी मच गई.बताया जाता है कि एंटी करप्शन की इंस्पेक्टर, और विवेचक अर्चना तेवतिया टीम के साथ तहसील सदर में अमीन संघ कार्यालय में पहुंचीं.उन्होंने रामजी शरण के रिश्वत मामले से संबंधित दस्तावेज मांगे, तो हंगामा शुरू हो गया.इस पर एसडीएम सदर रत्निका ने पूरी टीम काे अपने कार्यालय में बुला लिया. कुछ देर बाद टीम फिर अमीन संघ कार्यालय पहुंची. टीम में रामजी शरण को ट्रैप करने वाले इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी भी थे.इसका पता लगते ही अमीन संघ के तमाम पदाधिकारी माैके पर आ धमके, और विरोध जताने लगे.इसके बाद ही विवाद बढ़ गया. अमीन संघ के पदाधिकारियों के हंगामे के बाद एंटी करप्शन की टीम बिना दातवेज के ही लौट आई थी.इसके बाद से ही टीम का विरोध करने वाले अमीनों के खिलाफ एफआईआर की चर्चा थी.मगर, यह एफआईआर मंगलवार को हुई है.एंटी करप्शन टीम, और अमीनों के बीच एक महीने से विवाद चल रहा है.इसमें मंगलवार को तीसरी एफआईआर होने की बात सामने आई है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद