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Jharkhand News: चक्रधरपुर में बगैर अनुमति के काट डाले 450 सागवान पेड़, 24 घंटे में रेंजर के बदले सुर

एक तरफ सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ ला रही है, तो दूसरी तरफ धड़ल्ले से पेड़ काटे जा रहे हैं. ताजा मामला पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर का है जहां बिना अनुमति के 450 सागवान के पेड़ काट डाले गये. वहीं, इन कटे पेड़ों की निलामी 13 फरवरी को निर्धारित भी की गयी है.

Jharkhand News: पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. लाखों की संख्या में हर साल पौधरोपण किया जाता है. उसकी देखभाल के लिए भी सरकार काफी राजस्व खर्च कर रही है. लेकिन, पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर के केरा रेंज अंतर्गत पंप रोड स्थित रैयती जमीन पर बिना अनुमति के 450 सागवान वृक्षों की कटाई कर दी गयी. इसके पीछे तर्क दिया गया कि जमीन मालिक अंचलाधिकारी के कार्यालय से वृक्ष काटने का आदेश प्राप्त किए हैं. लेकिन, अंचलाधिकारी कार्यालय से किसी को वृक्ष काटने की अनुमति नहीं दी गयी. इसके बावजूद 450 सागवान के वृक्ष काट डाले गये. इन कटे वृक्षों को निलामी के लिए झारखंड वन विकास निगम अंतर्गत चक्रधरपुर रेंज के चेलाबेड़ा डिपो में रखा गया है. जिसकी निलामी के लिए तिथि भी तय कर दी गयी है. आगामी 13 फरवरी को इन कटे वृक्षों की निलामी होगी.

693 वृक्ष काटने के लिए अंचल कार्यालय में जमा किया गया था आवेदन

मालूम हो कि चक्रधरपुर निवासी महेश्वर प्रसाद मंडल और श्याम कुमार मंडल द्वारा रैयती जमीन पर लगे 693 सागवान वृक्षों की कटाई कराने के लिए अंचलाधिकारी को आवेदन दिया था. उस आवेदन पर सीआई कृष्णा सोय ने वृक्षों की कटाई से पर्यावरण पर असर पड़ने की हवाला देते हुए आवेदन पर जांच करने की बात कही. इसके बावजूद सैकड़ों वृक्ष की कटाई होना जांच का विषय है.

70 लोट में निलामी के लिए रखी गई है लकड़ी का बोटा

झारखंड वन विकास निगम रेंज चक्रधरपुर चेलाबेड़ा डिपो के कर्मचारी भोला हाजरा ने कहा कि केरा रैंजर द्वारा 450 सागुवान की वृक्ष काट कर डिपो में जमा कराया है. इसके तहत 70 लोट निलामी के लिए लगाया गया है. जिसकी निलामी 13 फरवरी को पंप रोड डिपो में होगी.

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जांच कर होगी कार्रवाई : डीएफओ

इस संबंध में पोड़ाहाट डीएफओ आलोक वर्मा ने कहा कि इस मामले की मुझे जानकारी मिली है. अगर गलत हुआ है, तो उसकी जांच कर दोषियों को कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हांलाकि, उन्होंने कहा कि वृक्षों की कटाई में नियमों का पालन किया गया है.

वृक्ष कटाई की नहीं दी गई अनुमति : अंचलाधिकारी

इधर, चक्रधरपुर अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो ने कहा कि वृक्षों की कटाई के लिए कार्यालय से किसी प्रकार की अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है. न ही इसकी मुझे जानकारी है. अगर बड़े पैमाने में वृक्षों की कटाई हुई है, तो मामले की जांच कर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

24 घंटे में ही बदल गया रेंजर का सुर

सागवान वृक्षों की कटाई मामले में केरा वन क्षेत्र पदाधिकारी अजय कुमार ने 24 घंटे पहले वृक्ष कटाई के मामले में कहा था कि 400 वृक्षों की कटाई हुई है. इसकी विस्तृत जानकारी कार्यालय से प्राप्त कर ले. लेकिन, 24 घंटे के बाद गुरुवार की सुबह उन्होंने कहा कि चाईबासा डीएफओ कार्यालय से प्राप्त करें. जिसके बाद उन्होंने फोन काट दिया.

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