Kanpur : माल रोड में साल 1966 में बना हीर पैलेस 57 सालों के बाद मल्टीप्लेक्स में बनकर निखरा है. हीर पैलेस का सुंदरीकरण का कार्य साल 2019 में शुरू हुआ था. तब से हीर पैलेस बंद चल रहा था. जिससे सिनेमा प्रेमी का भी मनोबल गिर गया था. वही 4 साल के बाद हीर पैलेस अब मल्टीप्लेक्स स्वरूप में फिर शुरू हो गया है.
हीर पैलेस में कभी सिंगल स्क्रीन हुआ करता था लेकिन अब यहां पर थ्री स्क्रीन हो गई है. शुक्रवार को यहां की तीनों स्क्रीन पर फिल्में भी रिलीज की गई. जिसमें द केरला स्टोरी, जरा हटके जरा बचके और ट्रांसफार्मर राइज ऑफ द बीट्स फिल्म रही.
चार साल के बाद हीर पैलेस के बदले स्वरूप को देखकर दर्शकों में काफी उत्साह भी नजर आया. इस सिनेमाघर को फिल्म अभिनेता अजय देवगन की कंपनी ने टेकओवर किया है. बता दें कि हीर पैलेस की शुरुआत 57 साल पहले 1966 में हुई थी. लेकिन, 2019 में इसे बंद कर दिया गया था. माल रोड में होने के कारण दर्शकों को इसके खुलने का इंतजार काफी दिनों से था.
हीर पैलेस में 1966 में सबसे पहली फिल्म ‘बहू बेगम’ लगी थी जो फ्लॉप रही. लेकिन, इसके बाद मनोज कुमार की फिल्म ‘उपकार’ ने कामयाबी के सारे झंडे गाड़ दिए. फिर तो यह माना जाने लगा कि जो भी फिल्म हीर पैलेस में लगेगी वह कम से कम 100 दिन तो पूरे ही करेंगी. 2019 में यहां पर आखिरी फिल्म ‘जोधा फैक्टर’ व ‘प्रस्थानम’ रही.
हीर पैलेस एक बार फिर से फिल्म दिखाने के लिए तैयार है. यहां पर 3 स्क्रीन के साथ 3डी एंड एटमॉस ऑडियो है. जिसमें साउंड और पिक्चर क्वालिटी बेहतरीन है. हीर पैलेस के प्री उद्घाटन के दौरान सिनेमा की मार्केटिंग हेड रिया शेट्टी ने कहा कि एनवाई सिनेमा अजय देवगन की कंपनी है. उन्होंने अपने बच्चों निशा व युग के नाम इस कंपनी को नाम दिया है.
अजय देवगन की कंपनी का उद्देश्य है कि दर्शकों का सिनेमा को लेकर दूरी बढ़ती जा रही है. लोग फिल्में देखने आज एक-दो मिनट पहले ही जाते हैं, जहां पहले एक घंटा पहले आते थे. इसलिए इसे ऐसा बनाया गया ताकि लोग मॉल की तरह यहां आएं. अजय देवगन विश्वास करते हैं कि देशी कंपनी यानी भारतीय कंपनी में और इसे उसी तरह पेश किया गया है. जिससे भारत के लोग जुड़े. इन्हें इंडियंस की तरह ही मूवी दिखाएं. एनवाई सिनेमा 2018 में यूपी में पहले हापुड़ में खुला था.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी