Amalaki Ekadashi 2020, Aaj Ka Panchnag, Shubh Muhurt, Puja Vidhi: होली (Holi) से ठीक 4 दिन पहले आज शुक्रवार को आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi 2020) या रंगभरी एकादशी (Rangbhari Ekadashi 2020) मनाई जा रही है। इस एकादशी का भी हिंदू धर्म में काफी महत्व है। इस दिन न सिर्फ भगवान विष्णु की पूजा होती है बल्कि बाबा विश्वनाथ यानी भगवान शंकर की भी आराधना की जाती है। मान्यता है कि आमलकी एकादशी (Ekadashi) व्रत रखने से एक हजार गायों के दान के बराबर का पुण्य मिलता है। इसके अलावा चूंकि इसी दिन माता पार्वती को गौना कराकर भगवान शंकर काशी लेकर आए थे इसलिए इसे रंगभरी एकादशी के तौर पर भी मनाया जाता है। आइए इस व्रत को विधिवत करने के लिए क्या है आज का पंचांग और पूजा का शुभ मुहूर्त और एकादशी की व्रत कथा…
आमलकी एकादशी 6 मार्च 2020 को है लेकिन यह तिथि 5 मार्च 2020 को दोपहर 1 बजकर 18 मिनट से शुरू हो चुकी है। इस तिथि का समापन 6 मार्च 2020 को सुबह 11 बजकर 47 मिनट पर होगा। जबकि एकादशी व्रत का पारण 7 मार्च 2020 को सुबह 6 बजकर 40 मिनट से 9 बजकर 1 मिनट तक किया जा सकता है।
फाल्गुन शुक्लपक्ष एकादशी प्रातः06:51 उपरांत
द्वादशी
श्रीशुभ संवत-2076,शाके-1941,हिजरी सन-1440-41
सूर्योदय-06:11
सूर्यास्त-05:49
सूर्योदयकालीन नक्षत्र-
पुष्य उपरांत अश्लेषा,शोभन-योग,भ.करण
सूर्योदयकालीन ग्रह विचार-
सूर्य-कुम्भ,चन्द्रमा-कर्क,मंगल-धनु,बुध-कुम्भ,गुरु-धनु,
शुक्र-मेष,शनि-मकर,राहु-मिथुन,केतु-धनु
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चौघड़िया-
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प्रात: 06:00 से 07:30 तक चर
प्रातः 07:30 से 09:00 तक लाभ
प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक अमृत
प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक काल
दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक शुभ
दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक रोग
दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक उद्वेग
शामः 04:30 से 06:00 तक चर
उपायःनवरात्र में माता दुर्गाजी को शहद को भोग लगाने से भक्तो को सुंदर रूप प्राप्त होता है व्यक्तित्व में तेज प्रकट होता है।
आराधनाःॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥
खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहरः12:00 से 01:30 बजे तक लाभ
राहु काल:10:30 से 12:30 बजे तक.
दिशाशूल-नैऋत्य एवं पश्चिम
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