Jharkhand News: भगवान बिरसा मुंडा के गांव खूंटी के उलिहातू को विकसित करने के लिए जिला प्रशासन बड़े स्तर पर तैयारी में जुट गया है. इसके तहत कई योजनाएं तैयार की जा रही है. गुरुवार को डीसी शशि रंजन ने एक बैठक कर उलिहातू के विकास को लेकर चर्चा किया. उन्होंने कहा कि उलिहातू के विकास को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है. साथ ही यहां पर्यटन केंद्र बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है.
पर्यटन केंद्र विकसित करने पर जोर
बैठक में डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सिंचाई, पेयजल, बिजली, रोड कनेक्टिविटी, आंगनबाड़ी केंद्र और पर्यटन विकास को शामिल किया जायेगा. वहीं, भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. गांव के सभी घर में एक समान सोहराई पेंटिंग की जाएगी. लुपुंगतु से होते हुए उलिहातू को अड़की से जोड़ने वाली सड़क बनायी जायेगी. उलिहातू में पर्यटकों के लिए होम स्टे की व्यवस्था की जायेगी. वहीं, जीव और जैव विविद्यता को संरक्षित करने के लिए स्थानीय वन उत्पादन, बागवानी, वृक्षारोपण और जड़ी- बूटी उद्यान सहित जैव विविधता पार्क के निर्माण की योजना है.
बिरसायित परंपराओं को किया जाएगा संरक्षित
डीसी ने बताया कि उलिहातू में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करते हुए स्वास्थ्य केंद्र को क्रियाशील किया जायेगा. वहीं ,बिरसायित परंपराओं को संरक्षित करने का केंद्र, जनजातीय जीवन को सहजने एवं विकास, जनजातीय संस्कृति से संबंधित कार्यशाला, एसएचजी महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे जनजातीय आदिवासी आभूषण की बिक्री के लिए उलिहातू में केंद्र, सोहराई पेंटिंग, छऊ मास्क मेकिंग, ब्रास कार्य एवं डोकरा बनाये जाने की योजना है. वहीं, खेल के विकास के लिए स्टेट ऑफ द आर्ट स्टेडियम का निर्माण, नियमित बिजली आपूर्ति, आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र विकसित किया जायेगा.
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ड्रेगन फ्रूट समेत बागवानी व चीकू की खेती पर जोर
उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उलिहातू में पांच एकड़ में ड्रेगन फ्रूट, 10 एकड़ में बागवानी एवं 10 एकड़ में चीकू की खेती किए जाने की योजना है. एफपीओ के माध्यम से बाजार लिंकेज, एफपीओ का गठन और रख-रखाव किया जायेगा. वहीं, उलिहातू के स्कूल को भी विकसित करने के लिए कहा. स्कूल में ई-स्मार्ट क्लास, खेल-कूद की व्यवस्था एवं पुस्तकालय की उपलब्धता को भी सुनिश्चित होगी.