Varanasi News: काशी में गंगा स्नान कर अब सीधे बाबा के दर्शनों के लिए काशी विश्वनाथ दरबार में जाने की मनोकामना भक्तों की पूरी हो गई हैं. गंगाजल से पवित्र होकर काशीपुराधिपति के दरबार पहुंचने का सपना माघ पूर्णिमा से साकार होने लगा है, क्योंकि काशी विश्वनाथ धाम का गंगद्वार भव्य आकार लेकर तैयार हो चुका है. श्रद्धालुओं को अस्सी व राजघाट सहित अन्य घाटों से नाव के जरिए ललिता घाट पहुंचने के लिए प्रशासन प्रेरित कर रहा है.
फिलहाल मंदिर प्रशासन ने नावों का रूट नहीं तैयार किया है. मगर, नाविकों को ललिता घाट आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. भीड़ नियंत्रित करने के लिए तैयार किए गए एप में 16 फरवरी के लिए 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया था.
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मंदिर प्रशासन की ओर से बुधवार को शुरू की गई नई व्यवस्था में श्रद्धालु अपने सामान के साथ ही मोबाइल व कैमरा भी मंदिर चौक ले जा सकेंगे. श्रद्धालु जलासेन घाट पर बनी सीढ़ियों के जरिए काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश कर सकेंगे. इधर से आने वाले श्रद्धालु मंदिर चौक से सरस्वती फाटक पहुंचेंगे और यहां सुरक्षा जांच के बाद मंदिर परिसर में प्रवेश पा सकेंगे. यहां शुरू हुए यात्री सुविधा केंद्र में सामान जमा करने के बाद मंदिर की ओर जा सकेंगे.
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अगर भक्तों की कतार लंबी हुई तो सुबह से ही बाबा का झांकी दर्शन कराया जाएगा. भीड़ नियंत्रण के लिए बनाए गए एप में 60 हजार लोगों के पंजीकरण से अनुमान लगाया जा रहा है कि दो लाख से ज्यादा भक्त पहुंच सकते हैं.
माघ पूर्णिमा पर गंगद्वार से प्रवेश के शुभारंभ को मंदिर प्रशासन ट्रायल के रूप में तैयारी कर रहा है. अगर नाविकों ने भक्तों को ललिता व जलासेन घाट पहुंचाने में रुचि दिखाई तो इसके लिए बकायदा अस्सी व राजघाट से काशी विश्वनाथ धाम के लिए रूट निर्धारित कर किराया तय किया जाएगा.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी