Kanpur News: उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा जबसे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने उठाया है, तबसे विभाग में लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. डिप्टी सीएम स्वास्थ विभाग को सुधारने के लिए प्रदेश भर में बने सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. खामियां पाने पर अस्पताल प्रशासन पर कार्यवाही कर रहे हैं.
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कानपुर में बीते दिनों महिला द्वारा बच्चे को गोद में लेकर इलाज के लिए भटकने के मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की थी. शासन ने उर्सला अस्पताल के प्रभारी निरीक्षक डॉ. एसपी चौधरी को पद से हटा दिया है. उनकी जगह पर शासन ने अयोध्या के प्रमुख अधीक्षक डॉ. चिरंजी राय को जिला अस्पताल उर्सला का निदेशक बनाया है. डिप्टी सीएम ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक को 7 दिनों के अंदर रिपोर्ट बनाकर भेजने का आदेश दिया था. मगर 7 दिन बीत जाने के बाद भी मामले की रिपोर्ट न भेजने और लापरवाही बरतने पर उनको पद से हटा दिया गया है.
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उर्सला अस्पताल में व्यवस्था को बनाए रखने के लिए शासन ने निर्देश जारी किए हैं. अस्पताल की ओपीडी, दवा काउंटर और रोगी पर्चा काउंटर में सीसीटीवी लगाए जाएंगे. अगर कोई रोगी के साथ अभद्रता करता पाया गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. डॉक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि समय से अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे. मरीजों को लाइन न लगानी पड़े, अस्पताल में साफ-सफाई रखने, रोगी और तीमारदारों के लिए पानी की व्यवस्था और रोगियों के बैठने की व्यवस्था की गई है. साथ ही जो कर्मचारी या डॉक्टर अनुशासनहीनता करे उसकी रिपोर्ट तत्काल शासन को भेजें.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी