Agra News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. ऐसे में आगरा की एत्मादपुर विधानसभा पर भी प्रत्याशी अपनी जोर आजमाइश में लगे हुए हैं. सभी प्रत्याशी लगातार जनता से जनसंपर्क कर रहे हैं और अपना वर्चस्व बना रहे हैं. एत्मादपुर की अगर बात की जाए तो समाजवादी पार्टी ने ऐसे प्रत्याशी को टिकट दी है, जिसके सामने आने से बीजेपी के प्रत्याशी के वोट बैंक में सेंध लगेगी, क्योंकि दोनों प्रत्याशी एक ही समाज से ताल्लुक रखते हैं तो कहीं ना कहीं वोट कटने की भी पूरी उम्मीद है.
बता दें, एत्मादपुर विधानसभा में क्षत्रिय और एससी समाज का वोट अत्यधिक संख्या में है. ऐसे में यहां से जो भी प्रत्याशी जीतता है, उसकी जीत में क्षत्रिय समाज का अत्यधिक महत्व रहता है. क्षत्रिय समाज का वोट जिस प्रत्याशी की तरफ चला जाता है, वही प्रत्याशी इस विधानसभा पर जीत हासिल करता है.
Also Read: इंग्लैंड रिटर्न रूपाली दीक्षित को सपा ने फतेहाबाद विधानसभा से बनाया प्रत्याशी, तीन मिनट में मिला टिकट
प्रत्याशियों की बात की जाए तो बीजेपी ने एत्मादपुर विधानसभा से डॉक्टर धर्मपाल को उतारा है. डॉक्टर धर्मपाल अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी को छोड़कर अचानक से बीजेपी में शामिल हुए और एत्मादपुर से टिकट हासिल कर ली. वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने भी इसका तोड़ निकालते हुए एत्मादपुर विधानसभा से डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है.
Also Read: UP Election 2022: आगरा उत्तर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी का बीजेपी पर वार, कहा- हमेशा जनता को ठगा…
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान छात्र राजनीति में लंबे तक सक्रिय रहे और उत्तर प्रदेश महाविद्यालय विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष भी हैं. वह एत्मादपुर विधानसभा के गांव चौकड़ा के रहने वाले हैं. पूर्व विधायक राम प्रताप सिंह चौहान भी इसी गांव के रहने वाले हैं, जिनका टिकट काटकर बीजेपी ने डॉक्टर धर्मपाल को प्रत्याशी बनाया है.
अगर जातीय समीकरणों की बात की जाए तो डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान एत्मादपुर विधानसभा में अच्छा खासा वर्चस्व रखते हैं. वह इसी विधानसभा के रहने वाले हैं और लगातार सक्रिय भी रहे हैं. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने उनको टिकट देकर बीजेपी के वोट में सेंध लगाने की तैयारी कर ली है.
Also Read: UP BJP Candidate List: आगरा में 5 और मथुरा में एक विधायक की काटी गई टिकट, नए लोगों को मिला मौका
एत्मादपुर विधानसभा में करीब एक लाख एससी वोट हैं. वहीं 90 हजार के आसपास क्षत्रिय समाज का वोट है. बाकी अन्य समाज के वोट हैं. ऐसे में क्षेत्र के निवासी होने के नाते डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान क्षत्रिय समाज के वोट अपनी तरफ करने में सफल हो सकते हैं. वहीं दल बदलने का फैक्टर बीजेपी नेता के खिलाफ जा सकता है, जिसका फायदा सपा प्रत्याशी को मिल सकता है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा