कोलकाता : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक के कलबुर्गी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला किया है. ओवैसी ने कहा है कि ममता बनर्जी उनकी पार्टी AIMIM को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बी टीम कहकर प्रचारित कर रही है. यह सरासर गलत है. झूठ है. इस बीच, पार्टी ने 8 नेताओं को मुस्लिम बहुल जिलों का ऑब्जर्वर नियुक्त किया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस भी ऐसा ही भ्रामक प्रचार कर रही है. ओवैसी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पहले अपने घर को संभाले. ममता बनर्जी की पार्टी के बड़े-बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं. ये सभी लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं. ओवैसी ने कहा कि वह न तो भाजपा के हैं, न कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस के. वे आम लोगों के हैं.
इस बीच, एआईएमआईएम ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए 8 ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिये हैं. असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर नियुक्त किये गये पर्यवेक्षकों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. पर्यवेक्षकों के नाम जफर हुसैन मेराज, मिर्जा रियाज उल हसन इफेंडी, अख्तर उल इमाम, आदिल हल, शाहनवाज, मोहम्मद इजहार, सैयद रुकनुद्दीन और अंजर नयीमी हैं.
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तेलंगाना के नामपल्ली के विधायक जफर हुसैन मेराज और एमएलसी मिर्जा रियाज उल हसन को कोलकाता एवं दक्षिण बंगाल (हावड़ा, हुगली, मेदिनीपुर, ब्रदवान, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिला की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. बीरभूम, मुर्शिदाबाद और नदिया का पर्यवेक्षक बिहार के अमौर के विधायक अख्तर उल इमान एवं बिहार में पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष आदिल हसन को बनाया गया है.
बिहार के ही दो नेताओं को उत्तर एवं दक्षिण दिनाजपुर के साथ-साथ कूचबिहार और अलीपुरदुआर जिला की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. बिहार के जोकीहाट के विधायक शाहनवाज एवं कोचाधामन के विधायक मोहम्मद इजहार असफी को इन चार जिलों के पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गयी है. बिहार के ही दो और विधायक हैं, जिन्हें मालदा जिला का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है.
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बैंसी के विधायक सैयद रुकनुद्दीन अहमद और बहादुरगंज के विधायक अंजर नयीमी को मालदा की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. उल्लेखनीय है कि अप्रैल-मई में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. 294 सदस्यीय विधानसभा सीटों में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 5 सीटें जीतने के बाद ओवैसी और उनकी पार्टी के हौसले बुलंद हैं.
असदुद्दीन ओवैसी और एआईएमआईएम को उम्मीद है कि बिहार की तरह बंगाल के मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटर उनका समर्थन करेंगे और चुनाव के बाद मीम (MIM) किंगमेकर की भूमिका निभा सकता है. हालांकि, बिहार में मीम ने 5 सीटें जीतकर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को सत्ता से दूर तो कर दिया, लेकिन खुद किंगमेकर नहीं बन पायी.
All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen (AIMIM) appoints eight party leaders as observers of West Bengal ahead of state Assembly elections. pic.twitter.com/fUtkgb9yJ3
— ANI (@ANI) January 31, 2021
Posted By : Mithilesh Jha