अक्षय कुमार मौजूदा दौर के उन चुनिंदा सुपरस्टार्स में से हैं जिनकी इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान है. अक्षय की सफलता की कहानी बेहद खास है. अक्षय ने शुरुआती संघर्ष के दिनों में एक्स्ट्रा का काम करने के साथ साथ एंटागोनिस्ट का किरदार करने में भी झिझक महसूस नहीं हुई.
अक्षय कुमार ने खुद अपने इंटरव्यू में इस बात को स्वीकार किया है कि उन्होंने आमिर खान की फ़िल्म जो जीता वही सिकन्दर में दीपक तिजोरी वाले रोल यानी शेखर मल्होत्रा के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन अक्षय की मानें तो ऑडिशन के बाद उनलोगों को अक्षय का ऑडिशन बकवास लगा था. जिसके बाद उन्होंने अक्षय को रिजेक्ट कर दिया था.
शेखर मल्होत्रा के रोल के लिए अक्षय कुमार को नहीं बल्कि मिलिंद सोमन को सेलेक्ट किया गया था. मिलिंद ने फ़िल्म की शूटिंग शुरू ही की थी कि उन्हें मॉडलिंग से ढेरो ऑफर्स आने लगे थे. उन्होंने फिल्मों के बजाय मॉडलिंग को महत्व दिया और फ़िल्म बीच में छोड़ दी. उसके बाद शेखर मल्होत्रा के किरदार के लिए दीपक तिजोरी को चुना गया.
गौरतलब है कि अक्षय कुमार इन रिजेक्शन्स से कभी हताश नहीं हुए बल्कि वो इन्डस्ट्री में उन्होंने मेहनत जारी रखी. दो तीन फिल्मों में कुछ मिनटों का रोल कर चुके अक्षय को आखिरकार फ़िल्म सौगंध में बतौर अभिनेता साइन कर लिया गया.
खास बात ये है कि सौगंध साल 1991 को रिलीज हुई थी जबकि जो जीता वही सिकन्दर एक साल बाद 1992 में रिलीज हुई थी. दोनों ही फिल्में कामयाब रही थी. तीन दशक से अपने लंबे कैरियर में अक्षय कुमार ने शाहरुख खान के साथ दिल तो पागल है में और सलमान खान के साथ मुझसे शादी करोगे में साथ में नज़र आए लेकिन अभी तक उन्होंने आमिर खान के साथ एक बार भी साथ में काम नहीं किया है.