Aligarh News:अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संग्रहालय विज्ञान विभाग ने अध्यक्ष प्रोफेसर अब्दुर्रहीम के नेतृत्व में दो संस्थानों, इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया और हनयांग विश्वविद्यालय, सिंगापुर के साथ अकादमिक सहयोग पर हस्ताक्षर किये हैं. यह ऐतिहासिक कदम सिंगापुर में आयोजित इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ म्यूजियम-इंटरनेशनल कमेटी फॉर एजुकेशन एंड कल्चरल एक्शन के अंतर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन के दौरान उठाया गया. प्रोफेसर अब्दुर्रहीम ने बीते दिनों सिंगापुर में एशियाई सभ्यता संग्रहालय में भविष्य की कक्षा पर एक विशेष सत्र में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए मेटावर्स संग्रहालय की परिवर्तनकारी क्षमता पर अहम जानकारी दी. उन्होंने यहां बताया कि सिंगापुर यात्रा से सार्थक सहयोग प्राप्त हुआ है, क्योंकि इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया में एप्लाइड आर्ट्स, डिजाइन और संरक्षण विभाग की प्रमुख डॉ. अरीता हनीम ने एएमयू के संग्रहालय विज्ञान विभाग के साथ अकादमिक सहयोग में रुचि व्यक्त की है. इसी तरह, सिंगापुर के हानयांग विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. यूनुसू ली ने भी सहयोग का वादा किया है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अब्दुर्रहीम ने उम्मीद जताई है ये अंतरराष्ट्रीय सहयोग नवीन शैक्षणिक पहल को बढ़ावा देंगे. उन्होंने कहा कि ये समझौते विश्वविद्यालय अनुदान आयोग विनियमन 2022, विशेष रूप से ‘डिग्री कार्यक्रम विनियमन अधिसूचना की पेशकश के लिए भारत और विदेशी उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच शैक्षणिक सहयोग’ के अनुरूप हैं और दोनों पक्षों को इस आशय कि एक अधिसूचना और प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जो एक समझौता ज्ञापन को औपचारिक रूप देने के लिए मंच प्रदान कर रहे हैं.
इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया में सातवें स्थान पर रैंक करता है ये यूनिवर्सिटी रिसर्च आउटपुट, एकेडमिक पब्लिकेशंस के मामले में उच्च गुणवत्ता रखती है. वहीं एशियाई विश्वविद्यालय में इसकी 314 में रैंक है. इसके साथ ही सिंगापुर का हनयांग विश्वविद्यालय भी अच्छी रैंक रखता है.