अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में रेगुलर कुलपति का पैनल बनाए जाने की मांग को लेकर शिक्षक आंदोलित हो गए हैं. बुधवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (AMUTA) के पदाधिकारी एकदिवसीय धरने पर बैठ गए. अमूटा और शिक्षक कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज को कई पत्र लिख चुके हैं. लेकिन उन्होंने कोई कवायद नहीं की.
AMU में रेगुलर कुलपति के पैनल बनाने में हो रही देरी से शिक्षक और छात्र दोनों नाराज है. छात्र भी प्रोटेस्ट कर चुके हैं. वहीं अब शिक्षक संगठनों ने भी मोर्चा खोल दिया है. शिक्षकों ने बताया कि रेगुलर कुलपति के लिए पैनल बनाना कोई बहुत बड़ा काम नहीं है, लेकिन इसमें देरी की जा रही है. अमूटा के अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने बताया कि धरने की एक सप्ताह से पहले प्लानिंग थी. इसमें सिर्फ रेगुलर कुलपति बनाए जाने की मांग की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कार्यवाहक कुलपति को अंतरिम जिम्मेदारी दी जाती है . जब किसी भी वाइस चांसलर का कार्यकाल पूर्ण हो जाता है, तो प्रो वॉइस चांसलर को चार्ज दिया जाता है और उम्मीद की जाती है कि वह एक्ट और संवैधानिक नियमों का पालन करते हुए एक पैनल बनाने की कोशिश करेंगे. लेकिन 5 महीने के बाद भी कार्यवाहक कुलपति ने कोई कवायद नहीं की. शिक्षक, ईसी मेंबर ने पत्र भेजा लेकिन कार्यवाहक कुलपति पर कोई असर नहीं पड़ा. रेगुलर कुलपति के लिए पैनल गठन नहीं किया गया. जिससे विश्वविद्यालय संचालन में दिक्कत आ रही हैं.
प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने कहा कि रेगुलर कुलपति का पैनल बनाने में देरी की वजह नहीं समझ में आ रही है, लेकिन पैनल बनाने में जो देरी की जा रही है. उससे ऐसा लगता है कि विश्वविद्यालय के संवैधानिक नियमों को दरकिनार कर दिया गया है. जिसे AMU बिरादरी स्वीकार नहीं करेगी. कार्यवाहक कुलपति को बहुत से काम करने की आजादी नहीं होती है. विश्वविद्यालय भी ठीक से नहीं चल सकता.
AMUTA अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद खालिद ने कहा कि अगर हमारी आवाज नहीं सुनी गई, तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा . रेगुलर कुलपति पैनल को लेकर अगर आगे कार्रवाई नहीं होती है तो बड़ी मुहिम चलाएंगे . एएमयू के ओल्ड बॉयज संगठन , स्टूडेंट AMU कर्मचारियो को साथ लेकर 17 अक्टूबर को बड़ी मुहिम चलाने जा रहे हैं.