Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा बवाल में मंगलवार दोपहर एक और मुकदमा हुआ है. यह मुकदमा बारादरी थाने के सब इंस्पेक्टर (एसआई) वकार अहमद की तरफ से दर्ज कराया गया है. एफआईआर के मुताबिक 30 जुलाई, 2023 यानी रविवार दोपहर 2 बजे कांवड़िए कछला घाट जल लेने जा रहे थे. मगर, मुस्लिम समुदाय की महिलाएं और पुरुष नई परंपरा बताकर रास्ता घेरकर बैठ गई.
पुलिस और अफसरों ने काफी समझाया, लेकिन वह नहीं माने. इन लोगों पर रास्ता रोककर माहौल खराब करने का आरोप है. इसके साथ ही अफसरों के साथ अभद्रता का भी आरोप लगाया गया है. इसके बाद पुलिस ने सख्ती से रास्ता रोकने वालों को खदेड़ कर कांवड़ियों को कछला घाट के लिए रवाना किया. पुलिस ने अज्ञात महिला और पुरुषों के खिलाफ धारा 332, 353,186, और 341 में एफआईआर की है. इसके साथ ही उप निरीक्षक शशांक सिंह को जांच सौंपी है.
शहर के जोगी नवादा में करीब 10 दिन से तनाव है, लेकिन रविवार को कांवड़ियों के जत्थे में शामिल कुछ उपद्रवियों ने प्रशासन और पुलिस अफसरों के सामने ही फायरिंग कर दी थी. इसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था. मगर, इसके कुछ घंटे बाद ही बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला हो गया था. उनके स्थान पर एसपी सीतापुर घुले सुशील चंद्रभान को बरेली भेजा गया है. उन्होंने बरेली पहुंचने के बाद सबसे पहले जोगी नवादा में स्थिति का जायजा लिया. मगर, इसके अगले ही दिन जोगी नवादा मामले में पहला मुकदमा दर्ज कराया गया है.
रविवार को अवैध हथियारों से उपद्रवियों ने फायरिंग कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके बाद फायरिंग करने वालों की शिनाख्त की जा चुकी है. मगर, उनकी गिरफ्तारी की कोशिश चल रही है. पुलिस के मुताबिक फायरिंग करने वाला एक आरोपी चक महमूद का है और दूसरा बारादरी थाना क्षेत्र में ही किराए के कमरे में रहता है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली