बलिया के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई. देवड़ीह गांव में रविवार की देर रात एक शख्स ने पहले अपने पत्नी व दो बच्चे की धारदार हथियार से हत्या की. फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसका शव बगीचे में फंदे पर लटका मिला. इसकी जानकारी होते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई. सूचना पर मौके पर पहुंचे एसपी एस आनन्द, एएसपी डीपी तिवारी व क्षेत्राधिकारी एसएन वैश्य व फोरेंसिक टीम ने घटना की जानकारी कर खून से लथपथ शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया. दरअसल, देवडीह गांव निवासी श्रवण राम (35) का पत्नी शशिकला देवी (35) के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. उसी दौरान श्रवण राम ने धारदार हथियार से पत्नी व दो पुत्र सूर्या राव (7) और मिट्ठू (4) की निर्मम तरीके से हत्या कर शव को बगीचे में फेंक दिया. इसके बाद वह भी पास के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. एक घर में चार मौतों से इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर पुलिस के साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. पुलिस को घटनास्थल पर मृतक श्रवण की जेब से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसके द्वारा इस पूरी घटना की जिम्मेदारी ली है.
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वहीं एसपी एस आनंद ने बताया कि अंकित राम (निवासी ढ़ोढवा थाना नगरा) द्वारा थाना बांसडीह में आकर सूचना दी गई थी कि उसके जीजा श्रवण राम उसकी बहन शशिकला के साथ मारपीट कर रहें हैं. इस सूचना पर तत्काल स्थानीय पुलिस श्रवण राम के घर पहुंची, जहां छानबीन करने पर शशिकला व उसके दो बच्चों का खून से लथपथ शव घर के सामने बगीचे में प्राप्त हुआ. पत्नी और बच्चों के शव के पास में ही एक पेड़ पर श्रवण राम का शव फांसी के फंदे पर लटकता मिला. पुलिस ने उसे नीचे उतरवाया और फिर पंचनामा भरकर चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. घटना स्थल का निरीक्षण करने पर श्रवण राम के जेब से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उसने पारिवारिक कलह को लेकर पत्नी व दोनो बेटों की हत्या कर स्वयं आत्महत्या की बात को स्वीकार किया है.
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वहीं परिवारजनों से बातचीत में पता चला कि पूर्व में पति-पत्नी का आपसी विवाद कोर्ट में मुकदमा चला था, लेकिन डेढ़ वर्ष पूर्व आपसी सुलहनामा से शशिकला पुनः ससुराल आकर परिवारजनों से अलग रहने लगी थी. हालांकि, बाद में फिर उनमें लड़ाई होने लगी. जिसके चलते श्रवण राम ने अपनी शशिकला और दो बच्चों की धारदार हथियार से हत्या कर खुद की भी जीवन लीला समाप्त कर ली.