पश्चिम बंगाल में राशन घोटाले में ईडी द्वारा वन मंत्री व पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार किये जाने के बाद अब बंगाल पुलिस की सीआईडी भी सक्रिय हो गयी है. सीआईडी ने कल्याणी एम्स में हुए नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में संस्थान के कार्यवाहक निदेशक रामजी सिंह को तलब किया है. उन्हें पूछताछ के लिए नवंबर के पहले सप्ताह में भवानी भवन बुलाया गया है. सीआईडी सूत्रों के अनुसार, रामजी सिंह को इस बाबत नोटिस भेज दिया गया है. वहीं, रामजी सिंह ने नोटिस मिलने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि कल्याणी एम्स में अच्छा काम हो रहा है. चूंकि यह केंद्रीय संस्थान है, इसलिए इसे बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. यह केंद्रीय संस्थान के अच्छे काम को रोकने की गंदी साजिश है. इसका उचित जवाब दिया जायेगा.
गौरतलब है कि गत वर्ष मई में कल्याणी थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी थी, जिसमें कल्याणी एम्स में अवैध तरीके से नियुक्ति करने का आरोप लगाया गया था. धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश रचने समेत कई आरोपों के तहत पुलिस ने एफआइआर दर्ज की थी. एफआइआर में कई प्रभावशाली नेताओं के नाम भी हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्राथमिकी में राणाघाट से भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार, बांकुड़ा के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री सुभाष सरकार, चाकदह के भाजपा विधायक बंकिम घोष, बांकुड़ा विधायक नीलाद्रि शेखर दाना, उनकी बेटी मैत्री दाना, भाजपा राज्य समिति की सदस्य दीपा विश्वास के नाम का भी उल्लेख है.
Also Read: Apple पर आया अलर्ट, केन्द्र सरकार मेरा फोन, ईमेल हैक करने की कर रही है कोशिश : महुआ मोइत्रा
गौरतलब है कि राशन वितरण में ‘भ्रष्टाचार’ के आरोप में ईडी ने शुक्रवार को राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार किया था. उन्हें बैंकशाल कोर्ट ले जाने पर वहां वह बीमार पड़ गये थे. न्यायाधीश ने ईडी को निर्देश दिया कि यदि मंत्री ज्योतिप्रिय की शारीरिक हालत ठीक हो जाती है, यदि इसके बाद भी जांच अधिकारी चाहें, तो पूर्व खाद्य मंत्री को चिकित्सा जांच के लिए कमांड हॉस्पिटल में भर्ती करा सकते हैं.
Also Read: डॉ निशिकांत दुबे का ममता बनर्जी की सांसद महुआ मोईत्रा पर डबल अटैक, कहा- दुबई दीदी