13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Bengal News: 41 वर्ष बाद दमदम सेंट्रल जेल से नेपाली कैदी आजाद, जवानी में गए थे जेल, बुढ़ापे में रिहाई

Bengal news in Hindi : 41 वर्ष बाद दमदम सेंट्रल जेल से रिहा हुआ नेपाली कैदी. दार्जिलिंग में हत्या के आरोप में हुआ था गिरफ्तार. बेटे को मरा समझ बुजुर्ग मां आज भी फूल चढ़ाती है. शनिवार को आरोपी दीपक जैसी को दमदम सेंट्रल जेल के बाहर नेपाल से आये उनके भाई प्रकाश चंद्र ने रिसीव किया.

कोलकाता: हत्या के एक लंबित मामले में 41 वर्षों से विचाराधीन कैदी के तौर पर जेल में बंद नेपाली नागरिक दुर्गा प्रसाद टिमसिना उर्फ दीपक जैसी आखिरकार रिहा हो गया. इसका आदेश कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन व न्यायाधीश अनिरुद्ध राय की खंडपीठ ने दिया. बुधवार को आये हुक्म की शनिवार को तामील हुई.

Also Read: दीदी, ओ, दीदी… बांकुड़ा की रैली में PM मोदी का Khela Hobe पर तंज- भ्रष्टाचार का ‘खेला’ चोलबे ना…

शनिवार को आरोपी दीपक जैसी को दमदम सेंट्रल जेल के बाहर नेपाल से आये उनके भाई प्रकाश चंद्र ने रिसीव किया. बाहर निकलने पर कैदी ने बस यही कहा मैं निर्दोष हूं. हाइकोर्ट की खंडपीठ ने दीपक जैसी की बुधवार को ही जेल से रिहाई का आदेश दिया था. उस दिन उनके परिजन नहीं आए थे, लिहाजा, उनकी रिहाई दो दिन के लिए टल गयी. शनिवार को दीपक जैसी के भाई प्रकाश चंद्र नेपाल से पहुंचे और मुचलका जमाकर भाई को अपने साथ लेकर नेपाल वापस चले गये.

मालूम रहे कि दीपक जैसी नेपाल के इलाम जिला स्थित माइ नगरपालिका के रहनेवाले हैं. वर्ष 1980 में दार्जिलिंग में हुई हत्या के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. अदालत में मामला पिछले 41 वर्षों तक चला, पर सुनवाई पूरी नहीं हुई. इसके बाद मामले पर हाल में कलकत्ता हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर मुकदमा शुरू किया.

Also Read: BJP नेता मनोज तिवारी का CM ममता बनर्जी से सवाल, पूछा: दीदी, बाहरी-भीतरी का भेद पता है?

अभियुक्त दीपक जैसी आज 75 साल के बुजुर्ग हो गये हैं. नेपाल में उनकी मां (92 वर्ष) आज भी जिंदा हैं और अपने बेटे को मरा समझ कर उसकी फोटो पर रोज फूल चढ़ाती हैं. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक वह मनोरोगी हो गये हैं. मामले की सुनवाई के दौरान उनके वकील ने कोर्ट को बताया था कि उनके मुवक्किल की मनोदशा ठीक नहीं है. इसलिए अपील है कि जब तक उनका परिवार यहां ना आ जाये, उन्हें रिहा ना किया जाये. शुक्रवार को उनके भाई प्रकाश चंद्र यहां पहुंचे और कोर्ट के आदेशानुसार जमानत के लिए मुचलका भरा. इसके बाद शनिवार को अभियुक्त दीपक जैसी जेल से रिहा हो गया.

Also Read: ‍Bengal Chunav 2021: दिहाड़ी मजदूर महिला को भाजपा ने दिया टिकट, इस सीट के लिए कर रहीं चुनाव प्रचार

Posted By – Aditi Singh

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें