बिहार में हथियार तस्करों ने अब तस्करी का नया तरीका खोज लिया है. भोजपुर जिला की पुलिस ने आरा स्टेशन पर दो ऐसे हथियार तस्करों को दबोचा है जो बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ का जवान बनकर फर्जी आइकार्ड लेकर घूम रहे थे. बीएसएफ का आइकार्ड गृह मंत्रालय बनाता है लेकिन तस्करों ने खुद ही कार्ड तैयार कर लिया.
भोजपुर पुलिस ने आरा स्टेशन पर कार्रवाई की और दो हथियार तस्करों को दबोच लिया. इस कार्रवाई में कुख्यात अंतरराज्यीय हथियार तस्कर विक्की तिवारी और बिरमन तिवारी को दबोचा गया है. दोनों के पास से काफी संख्या में कारतूस व हथियार बरामद हुए हैं. विक्की तिवारी शाहपुर, भोजपुर जिला तो बिरमन तिवारी रोहतास जिला के नोखा थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
एसटीएफ ने इनके पास से एक रेगुलर डीबीबीएल गन, 7.62MM की एक पिस्टल, 554 कारतूस, एक मैगजीन, BSF का जाली आईकार्ड, आर्म्स का 2 जाली लाइसेंस, कैश 700 रुपए और 2 मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं. बताया जा रहा है कि दोनों लंबे समय से हथियार और कारतूसों की तस्करी कर रहे थे. आर्म्स का फेक लाइसेंस और बीएसएफ का फर्जी आइकार्ड बरामद किया गया है. हथियार के फर्जी लाइसेंस की बदौलत दोनों बड़ी खेप में गोलियां खरीदते रहे.
Also Read: Muzaffarpur: आर्मी की तैयारी करने वाले युवकों को कहां से मिली ग्लॉक पिस्टल? IPS व ATS करते हैं इस्तेमालगोलियां बिहार के अलग-अलग जगहों पर सप्लाइ की जाती है. वहीं दोनों को पकड़ने वाली एसटीएफ की टीम इनसे पूछताछ कर रही है. बीएसएफ के फर्जी आइकार्ड का इस्तेमाल कहां-कहां किया गया है, इसका पता लगाया जा रहा है. वहीं बरामद हथियार और कारतूसों के खेप कहां भेजे जा रहे थे, उसकी भी जानकारी जुटाइ जा रही है. ऐसी आशंका देखी जा रही है कि इनके कनेक्शन बिहार से बाहर के माफियाओं से भी हो सकते हैं. इसका खुलासा पूछताछ के बाद ही हो सकेगा.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan