पटना : बिहार के सारण, जमुई और भोजपुर में रविवार को वज्रपात की चपेट में आकर 12 लोगों की मृत्यु हो गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सारण में 09, जमुई में 02 एवं भोजपुर में 01 व्यक्ति की वज्रपात से मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं. साथ ही उन्होंने वज्रपात से झुलसे हुए लोगों के समुचित इलाज के भी निर्देश दिये हैं एवं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार वज्रपात की तीव्रता काफी अधिक थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में थे, फलस्वरूप वज्रपात से संभवतः क्षति कम हुई है.
सीएम नीतीश ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें तथा वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. मुख्यमंत्री ने अपील की कि लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए घरों में रहें और सुरक्षित रहें.
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बता दे कि सारण जिले के सदर प्रखंड स्थित खलपुरा पंचायत के मखदुमगंज में रविवार की सुबह ठनका की चपेट में आने से नौ लोगों की मौत हो गयी. वहीं, इस घटना में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतकों में खलपुरा निवासी लव बहादुर सिंह (62 वर्ष), रवींद्र राय (50 वर्ष), सुरेंद्र सिंह (50 वर्ष), अरविंद कुमार सिंह (28), शेरपुर नयी बस्ती निवासी रामनाथ राय (45 वर्ष), सहदेव राय (15 वर्ष), चंद्रदेव राय (45 वर्ष), नीतीश कुमार (12 वर्ष) व जितेंद्र राय (13 वर्ष) शामिल हैं. गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज छपरा सदर अस्पताल में किया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे तो मौसम काफी खराब हो गया और भारी बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए किसान पास की एक झोंपड़ी में चले गये. इसी बीच झोंपड़ी पर वज्रपात हो गया, जिससे एक दर्जन से अधिक किसान व उनके परिजन झुलस गये. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बारिश के बीच ही घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया. इस घटना में मौके पर ही आधा दर्जन लोगों की मौत हो गयी.