Kanpur News: कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में बिकरु कांड को हुए 2 साल हो गए है लेकिन अभी भी बिकरु गांव में विकास दुबे का खौफ है. बिकरु गांव के लोग आज भी विकास के खौफ में है. इसी डर के चलते 3 गांव के प्रधानों ने अपना इस्तीफा सौपने के लिए कानपुर जिलाधिकारी के पास पहुँचे. दरअसल उनका आरोप है कि विकास दुबे का आज भी बिकरु में खौफ है और इसी का फायदा उठाकर विकास दुबे का कथित भांजा ऋषभ दुबे काम नहीं करने दे रहा है. वह तहसील में लेखपाल है औऱ उनको धमकाता भी है.
बता दें कि बिकरू, भोंसाणा, किरतपुर के ग्राम प्रधान अपना इस्तीफा लेकर डीएम कार्यालय पहुंचे थे. बिकरू की प्रधान मधु, किरतपुर के मुकेश कुमार और भौसाना की गीता डीएम विशाख जी अय्यर से मिलीं. उन्होंने कहा कि भौसाना में लेखपाल ऋषभ दुबे लंबे समय से तैनात है वह विकास दुबे का कथित भतीजा है और लगातार विकास के कामों को रोक रहा है. विरोध करने पर अपमान करता है.इससे गांव का विकास नहीं हो रहा है.नापजोख और अवैध कब्जों की शिकायत पर फोन नहीं उठाता है. आए दिन अपमानित होने के चलते अगर लेखपाल नहीं हटे तो तीनों प्रधान त्यागपत्र दे देंगे. प्रधानों की शिकायत को सुनकर डीएम विशाख जी ने तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
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एसडीएम बिल्हौर आकांक्षा गौतम के मुताबिक लेखपाल ऋषभ दुबे विकास दुबे को मामा कहता था.उसके खिलाफ प्रधानों ने शिकायत की है.इसलिए उसे बिल्हौर तहसील से अटैच कर दिया गया है. उसकी जगह पर दूसरे लेखपाल बीरबली को तैनात किया गया है.
बिकरू की प्रधान मधु ने तो यहां तक बताया कि लेखपाल कहता था कि विकास दुबे का भांजा हूं जो मन में आएगा करूंगा. सरकार आती-जाती रहती है मेरा हिस्सा नहीं मिलेगा तो कोई भी काम नहीं होगा.