राउरकेला, मुकेश कुमार सिन्हा: स्थानीय बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में रविवार को भारत और इंग्लैंड के बीच जोरदार भिड़ंत देखने को मिली. पुरुष हॉकी विश्व कप-2023 के 10वें मैच में इंग्लैंड ने मेजबान भारत को कड़ी टक्कर दी. दोनों टीमों ने इस टूर्नामेंट में अपने-अपने दूसरे मुकाबले में कड़ा संघर्ष किया. किसी ने भी निर्धारित समय के भीतर गोल नहीं किया. दोनों टीमों को एक-एक अंक आपस में बांटने पड़े. इसके बाद अंक तालिका में भी इंग्लैंड शीर्ष पर बना हुआ है. क्योंकि इंग्लैंड ने मौजूदा वर्ल्ड कप में ज्यादा गोल किये हैं.
रविवार की शाम सात बजे से शुरू इस मैच में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. इंग्लैंड की टीम ने 53 फीसद समय तक गेंद अपने पास रखी. जबकि भारतीय खिलाड़ियों के पास 47 फीसद समय तक गेंद रही. इस दौरान इंग्लैंड को आठ पेनाल्टी कार्नर व भारत को चार पेनाल्टी कार्नर मिले. लेकिन, दोनों ही टीमें इसे गोल में तब्दील करने में विफल रही. इस मैच के बाद भारत व इंग्लैंड के पास समान अंक होने के बाद भी पहले मैच में ज्यादा गोल दागने से इंग्लैंड अंक तालिका में शीर्ष पर है. जिससे क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिये भारत को आगामी 19 जनवरी को भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में वेल्स के खिलाफ होने वाले मैच में ज्यादा गोलों के अंतर से हराना होगा.
राउरकेला शहर में बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में दिव्यांग व्यक्तियों के लिये विशेष सुविधायें और बैठने के लिये विशेष सीटें हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के मैच का आनंद ले सकें.अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआइएच) इसे बैठने की क्षमता के मामले में दुनिया के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम के रूप में प्रमाणित कर चुका है, जिसे महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के नाम पर रखा है. ओडिशा के खेल सचिव आर विनीत कृष्णा ने कहा कि दिव्यांग हॉकी प्रशंसकों के लिये इंतजामात को और अनुकूल बनाने के लिये इस पर ‘रैंप’ बनाया गया है जो ‘लिफ्ट’ तक जाता है, जिससे वे पहले तल के स्टैंड तक पहुंच सकते हैं. कृष्णा ने कहा कि दिव्यांग व्यक्ति किसी भी गेट से स्टेडियम में प्रवेश कर सकते हैं. हमने हर ओर से उनके लिये सुविधा प्रदान की है. स्टेडियम में उनके लिये लगभग 100 सीटें आवंटित की गयी हैं.