कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त हुए करीब डेढ़ महीने बीत गये. नतीजे आ गये. सरकार बन गयी. लेकिन, चुनावी लड़ाई अभी भी खत्म नहीं हुई है. नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से हारी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मतगणना में धांधली के आरोप लगाये हैं. वहां फिर से मतगणना कराने के लिए तृणमूल सुप्रीमो कलकत्ता हाइकोर्ट पहुंच गयी हैं.
तृणमूल कांग्रेस की ओर से नंदीग्राम के अलावा चार और सीटों पर पुनर्मतगणना की मांग करने वाली याचिका दायर की गयी है. यहां सत्तारूढ़ दल को मामूली अंतर से शिकस्त मिली थी. अब बीजेपी भी इसी राह पर चलने वाली है. तृणमूल ने 5 सीटों पर री-काउंटिंग की मांग की है, तो बीजेपी 50 सीटों पर फिर से मतगणना कराने की मांग कोर्ट से कर सकती है.
शनिवार को पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुर्शिदाबाद के बहरमपुर में ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी भी उन सीटों पर रिकाउंटिंग की याचिका दायर करेगी, जहां कम अंतर से हार हुई थी. इसके लिए पार्टी की लीगल टीम काम कर रही है. उन्होंने बताया कि जल्द ही इस संबंध में याचिका भी दायर की जायेगी.
दिलीप घोष ने कहा कि कई ऐसी सीटें हैं, जहां भाजपा को महज दो से तीन हजार वोटों से मात मिली है. अगर वहां पुनर्मतगणना हो, तो भाजपा की जीत संभव है. तृणमूल कांग्रेस की पांच बनाम भाजपा की 50 सीटों की दोबारा गिनती की मांग को लेकर भाजपा अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है.
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम के नतीजे के फैसले को चुनौती देते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है. इसके अलावा चार और विधानसभा क्षेत्रों के हारे हुए उम्मीदवारों ने भी मतगणना में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए हाइकोर्ट में याचिका दाखिल की है. इस बार विपक्षी खेमा भी उसी दिशा में आगे बढ़ना चाहता है.
प्रदेश भाजपा कम से कम 50 सीटों की दोबारा गिनती की मांग को लेकर हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने शनिवार को बहरमपुर में कहा कि कानूनी टीम से बातचीत चल रही है. हम भी पुनर्मतगणना के लिए आवेदन करना चाहते हैं. तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
सूत्रों के मुताबिक, राज्य में 50 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां दोनों दलों की जीत का अंतर काफी कम रहा. वे उन केंद्रों पर पुनर्मतगणना के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने जा रहे हैं. इससे पहले, शुक्रवार को प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी ने भी इस ओर इशारा किया था. उन्होंने कहा था : मैं वकीलों से बात कर रहा हूं. अंतिम फैसला नेतृत्व करेगा. हम 50 सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे. यहां भाजपा को बहुत कम अंतर से हार मिली.
इन 50 सीटों में जीत और हार का फासला कहीं दो-तीन हजार का था, तो कहीं सिर्फ एक हजार. मतदान के दिन दोपहर 12 बजे के बाद कई जगहों पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों के डर से बूथों पर रहने वाले भाजपा एजेंटों को भागना पड़ा था. उनका आरोप है कि इसी का फायदा उठाते हुए धांधली कर भाजपा को यहां पर हराया गया.
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Posted By: Mithilesh Jha