पश्चिम बंगाल के विधानसभा (Assembly) में एक बार फिर हंगााम हुआ और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी समेत अन्य विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया. भाजपा नेताओं का कहना है कि चाय श्रमिकों को जमीन का पट्टा नहीं, बल्कि जमीन का मालिकाना हक दिया जाना चाहिए. मुख्य विपक्षी दल एक स्थगन प्रस्ताव लेकर आया था. बीजेपी विधायक मनोज उरांव को प्रस्ताव पढ़ने की अनुमति दी गई लेकिन स्पीकर बिमान बनर्जी ने इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी. और तभी हंगामा शुरू हो गया. भाजपा विधायकों ने विधानसभा के अंदर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसके बाद वे बाहर चले गये. मनोज उरांव ने यह भी बताया कि प्रशासन चाय श्रमिकों के अधिकारों को पूरा करने में उचित भूमिका नहीं निभा रहा है. इसलिए वे आने वाले दिनों में भी अपनी मांग उठाएंगे. शुभेंदु अधिकारी की ने कहा कि बजट में की गयी घोषणा से चाय श्रमिकों को कोई लाभ नहीं होगा.
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