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बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन: अलीगढ़ में 10वीं के अध्यापक जांच रहे थे इंटर की कॉपियां, ADIOS ने मांगा स्पष्टीकरण

अलीगढ़ में यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. दसवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों की तैनाती इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए किया गया है.

अलीगढ़ . उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. दसवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों की तैनाती इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए किया गया. जबकि उत्तर पुस्तिका जांच के लिए योग्य शिक्षक ही तैनात करने के निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं यह मामला सामने आने के बाद तीन शिक्षकों को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये गए है. यह तीनों शिक्षक बारह सैनी इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक के तौर पर हाई स्कूल कक्षा को पढ़ाते हैं. यूपी बोर्ड की कॉपी मूल्यांकन का कार्य नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज में चल रहा है. अब तक 55 फीसदी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया गया है.

12वीं कक्षा को पढ़ाने वाले शिक्षक ही मूल्यांकन कर सकते हैं

नियमों के मुताबिक योग्य शिक्षक या 12वीं कक्षा को पढ़ाने वाले शिक्षक ही कॉपियों का मूल्यांकन कर सकते हैं. लेकिन अलीगढ़ में चल रहे मूल्यांकन में अलग ही खेल देखने को मिला. नौरंगी लाल इंटर कॉलेज में चल रही मूल्यांकन कार्य में तीन सहायक अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई जो कि सिर्फ दसवीं तक की कक्षा को पढ़ाने का कार्य करते हैं. लेकिन इनकी ड्यूटी 12वीं की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए लगा दी गई. तीनों ही शिक्षक हीरालाल बारह सैनी इंटर कॉलेज में तैनात है. जिनका नाम विजय कुमार, दिनेश प्रताप सिंह, कैलाश चंद्र वार्ष्णेय है. हालांकि मामला सामने आने के बाद एडीआईओएस सुभाष गौतम ने तीनों शिक्षकों और हीरालाल बारह सैनी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा है.

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ADIOS बोलें- शिक्षकों और प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा गया है

जब शिक्षक योग्य नहीं तो मूल्यांकन कैसे कराया जा रहा था. इस मामले में सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि तीन शिक्षकों द्वारा 12वीं की कॉपियों का मूल्यांकन का मामला सामने आया है. प्रधानाचार्य द्वारा शिक्षकों का नाम प्रस्तावित किया जाता है. जिसके बाद बोर्ड से सूची फाइनल होती है. तीनों ही शिक्षकों और प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्ट- आलोक अलीगढ़

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