बहुजन समाज पार्टी (BSP) के पश्चिमी यूपी प्रभारी शमसुद्दीन राइन को एक कार्यकर्ता के साथ मारपीट करने और जातिसूचक शब्द प्रयोग करने के मामले में कोर्ट ने गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. साथ ही 82 के तहत कार्रवाई के लिए भी कहा गया है. यादगारपुर निवासी पूर्व मंडल कोआर्डिनेटर व एडवोकेट अनिल प्रधान ने 28 अप्रैल 2022 को नौचंदी थाने में शमसुद्दीन, सतपाल पेपला, मोहित जाटव, दिनेश काजीपुर, विकास रोहटा के अलावा 15-20 अज्ञात लोगों पर मारपीट, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने और गाली-गलौज का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने वादी पक्ष के बयान दर्ज किए. शमसुद्दीन को भी बुलाया गया, लेकिन वह नहीं पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने पांच नोटिस जारी किए, मगर पुलिस से दूरी बनाते रहे. 21 सितंबर, 2023 को कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी कर दिए. वहीं 18 अक्तूबर को पेश होने की हिदायत दी. अनिल प्रधान का आरोप है कि शमसुद्दीन राजनीतिक रसूख का फायदा उठाते रहे. इस बीच, गैरजमानती वारंट के खिलाफ शमसुद्दीन ने एक अर्जी कोर्ट में दाखिल की. कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया. अब पुलिस को हिदायत दी गई कि या तो शमसुद्दीन को गिरफ्तार करें या फिर 82 की कार्रवाई से जुड़ी प्रक्रिया शुरू करें.
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मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव लुकाधड़ी में युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई, वारदात के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई. भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है. जानकारी के अनुसार लुकाधड़ी गांव में पिछले दो वर्षों से दो पक्षों के बीच में आपस में विवाद चल रहा था. पूर्व में दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या की गई थी. उसके बाद से दोनों पक्षों में आपस में रंजिश थी. कई बार दोनों पक्षों के अवैध तमंचों के साथ वीडियो भी वायरल किए गए. पिछले चार दिनों से एक पक्ष लगातार थाना पुलिस से मदद की गुहार लगा रहा था. इस मामले में पीड़ित पक्ष में शनिवार दिवस में भी पुलिस अधिकारियों को मामले से अवगत कराकर मदद की गुहार लगाई थी लेकिन थाना पुलिस ने कोई नहीं सुनी पिछले दो दिनों से लगातार थाना पुलिस से संपर्क कर रहे हैं. पुलिस ने पीड़ित पक्ष की कोई मदद नहीं की जिसके चलते रविवार को करीब 10:00 बजे गांव के समीप युवक की सरसों के खेत में गोली मारकर हत्या कर दी गई.
मृतक की पहचान अंकित पुत्र कंवरपाल के रूप में की गई है. दोनों पक्षों में आपस में विवाद पिछले लंबे समय से चल रहा है. पिछले चार दिनों से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई थी, जिसमें पीड़ित पक्ष लगातार थाना पुलिस से मदद की गुहार लगा रहा था लेकिन थाना पुलिस ने एक नहीं सुनी. इसके चलते रविवार को युवक की हत्या हो गई. वहीं पीड़ित परिवार के लोगों ने थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने पहुंचकर हंगामा कर दिया. इस दौरान मौजूद ग्रामीण थाने के मुख्य गेट पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
थाना प्रभारी की लापरवाही से हत्या का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेती तो अंकित की हत्या नहीं होती, क्योंकि पिछले तीन दिनों से लगातार वह हत्या की भनक से थाना पुलिस से मदद की गुहार लग रहे थे. उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, शिकायत करने आए पीड़ित को भी थाने से भगा दिया. पीड़ित परिवार के लोग थाना प्रभारी और दरोगा को सस्पेंड करने की मांग को लेकर आने के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. परिजनों ने आरोप लगाया कि अंकित की गोली मारकर हत्या थाना प्रभारी की लापरवाही से हुई है. पिछले तीन महीने से लगातार हत्या की भनक पीड़ित परिवार को थी, क्योंकि आरोपियों के द्वारा लगातार सोशल मीडिया पर अवैध हथियार वायरल किया जा रहे थे. उनके साथ फोटो वायरल मामले में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों में से सिर्फ एक पर कार्रवाई की थी.
रविवार को अंकित की हत्या की गई जबकि शनिवार को वह थाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए पहुंचा था. इस मामले में पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने थाना प्रभारी और संबंधित हलका इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया है. मामला राजपूत समाज से जुड़ा होने के कारण चौहान छतरिया कल्याण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर जयपाल सिंह मौके पर पहुंचे हैं. राजपूत समाज के सैकड़ो लोग थाने पर थाना प्रभारी और संबंधित दरोगा पर सस्पेंड करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. पुलिस प्रशासनिक अधिकारी लगातार ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ग्रामीणो आक्रोशित हो रहे हैं. पुलिस प्रशासनिक अधिकारी अभी हंगामा के बाद भी थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है जिस कारण पीड़ित परिवार के लोग लगातार थाने पर हंगामा करते हुए सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं और पूरी तरह आक्रोशित नजर आ रहे हैं.