कुचाई (अजय महतो) : झारखंड के 45 मजदूरों को लेकर तमिलनाडु जा रही एक बस को सरायकेला-खरसावां जिला में ग्रामीणों ने रोक दिया. बस में सवार 9 श्रमिक सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई के थे, जबकि 36 लोग पलामू जिला के थे. इन सभी मजदूरों को श्रम विभाग में निबंधन कराये बगैर ले जाया जा रहा था. इसलिए ग्रामीणों ने बस को आगे जाने से रोक दिया.
बस को रोककर ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना दी. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंचे और कुचाई के मजदूरों को वापस घर भेज दिया. बस में श्रमिकों को ले जा रहे लोगों पर जुर्माना भी लगाया. बस में सवार पलामू जिला के 36 मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की.
बताया जा रहा है कि तमिलनाडु राज्य से वीरदनगर जिला के सापुरजी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने मजदूरों को लाने के लिए बस भेजी थी. बस में सवार कुचाई प्रखंड के बारूहातु पंचायत एवं गोमियाडीह पंचायत के 9 मजदूर थे. इतनी बड़ी बस देखकर ग्रामीणों को शक हुआ. उन्होंने बस को रोककर पूछताछ की और निबंधन की जानकारी मांगी.
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बस का ड्राइवर मजदूरों को ले जाने के लिए जरूरी कोई दस्तावेज पेश नहीं कर पाया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रखंड प्रमुख करम सिंह मुंडा, प्रखंड विकास पदाधिकारी मलय कुमार व पुलिस को दी. साथ ही श्रम पदाधिकारी को भी जानकारी दी गयी.
जांच में मजदूरों के निबंधन से संबंधित कागजात नहीं होने के कारण मजदूरों को वापस घर भेज दिया गया. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मलय कुमार ने बताया कि निबंधन से संबंधित किसी प्रकार के कागजात नहीं होने के कारण मजदूरों को वापस भेज दिया गया है. दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त करते हुए पलामू जिला के 36 मजदूरों को वापस उनके जिला भेजा जा रहा है.
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Posted By : Mithilesh Jha