कोलकाताः कलकत्ता हाइकोर्ट में नारद स्टिंग ऑपरेशन कांड की सुनवाई टल गयी है. नारद मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कानून मंत्री मलय घटक व राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग याचिकाएं दायर की है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने हाइकोर्ट को फिलहाल मामले की सुनवाई स्थगित रखने का निर्देश दिया है.
इसे देखते हुए कलकत्ता हाइकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की नेतृत्ववाली पांच सदस्यीय पीठ ने बुधवार को मामले की सुनवाई को अगले मंगलवार तक के लिए टाल दिया. पांच न्यायधीशों की पीठ ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व कानून मंत्री मलय घटक की ओर से सुप्रीम कोर्ट में नारद कांड को लेकर दायर मामले की सुनवाई 25 जून को होनी है. इसलिए मामले को स्थानांतरित करने के लिए सीबीआई के आवेदन पर सुनवाई स्थगित की जा रही है.
गौरतलब है कि सीबीआई ने 17 मई को नारद स्टिंग ऑपरेशन में कैमरे के सामने रुपये लेते पाये गये तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्री फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया था.
तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई दफ्तर निजाम पैलेस पहुंच गयीं थीं और कानून मंत्री मलय घटक सीबीआई की विशेष अदालत में मौजूद थे. मुख्यमंत्री करीब छह घंटे वहां बैठी रहीं और सीबीआई कार्यालय के बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं व समर्थकों की भीड़ इतनी बढ़ गयी कि उससे निबटने के लिए अतिरिक्त जवानों को तैनात करना पड़ा था.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में मुख्यमंत्री और कानून मंत्री को भी पक्षकार बना दिया, लेकिन हाइकोर्ट ने ममता बनर्जी और मलय घटक के हलफनामों को नहीं स्वीकार किया. इसी के खिलाफ मुख्यमंत्री ने शीर्ष अदालत में एक मामला दायर किया है, जिस पर सुनवाई शुक्रवार को होनी है.
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Posted By: Mithilesh Jha