पश्चिम बंगाल में 2016 के एसएलएसटी अभ्यर्थियों में कई अभ्यर्थी कलकत्ता हाइकोर्ट (Calcutta High Court) के जज अभिजीत गंगोपाध्याय के सॉल्टलेक स्थित घर के सामने पहुंच गये. उनके घर के नीचे एसएससी अभ्यर्थी आये हैं, यह जानकारी मिलते ही श्री गंगोपाध्याय खुद नीचे आये और उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की. सिफारिश पत्र मिलने के बाद भी कानूनी पेचीदगियों में फंसी नौकरी की मांग को लेकर अभ्यर्थी जस्टिस गंगोपाध्याय के घर के सामने पहुंचे थे. अभ्यर्थियों की शिकायत है कि दिन पर दिन बीतते गये लेकिन उन्हें अब तक नौकरी नहीं मिली है. उनकी समस्याओं को सुनने के बाद श्री गंगोपाध्याय किसी को फोन करते नजर आये. फोन पर बात समाप्त होने के बाद श्री गंगोपाध्याय ने अभ्यर्थियों से कहा कि उनकी नौकरी से संबंधित मामला हाइकोर्ट के एक अन्य न्यायाधीश विश्वजीत बोस की पीठ में विचाराधीन है. उस मामले में अभी तक फैसला नहीं हो सका है.
जस्टिस गंगोपाध्याय ने अभ्यर्थियों से कहा कि उन्हें, उन वकीलों से बात करनी चाहिए, जो कोर्ट में उनके लिए लड़ रहे हैं. जस्टिस गंगोपाध्याय ने उन्हें ‘लीगल एड सेल’ में जाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि अगर अभ्यर्थी आवेदन करते हैं, तो उन्हें उस सेल से पूरी मदद मिलेगी. अंत में न्यायाधीश श्री गंगोपाध्याय ने अभ्यर्थियों से जानना चाहा कि उन्हें किसने भेजा है? जवाब में अभ्यर्थियों ने कहा कि वे किसी की बातों में नहीं आये हैं बल्कि खुद आने का फैसला लिया.
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अभ्यर्थियों में से कुछ ने न्यायाधीश गंगोपाध्याय से बिना बताये उनके आवास के नीचे आने के लिए माफी भी मांगी. हालांकि श्री गंगोपाध्याय ने उनसे कहा- नहीं-नहीं, माफी मांगने जैसी कोई बात नहीं है. आप मुश्किल में हैं, उन्होंने एक नागरिक के रूप में उनकी मदद करने की कोशिश की. इधर, अभ्यर्थियों में कुछ के हाथों में पोस्टर था, जिसमें लिखा था कि हमलोग भगवान के दर्शन को आये हैं, भगवान उन्हें बचायें. इस दौरान एक अभ्यर्थी सड़क पर बैठकर रोने भी लगा था.
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